क्या एमडीएमके सांसद दुरई वाइको ने पीएम मोदी से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- दुरई वाइको ने पीएम मोदी से मुलाकात की।
- रूस में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर चर्चा।
- 15 राजनीतिक दलों के सांसदों का समर्थन।
- यूक्रेन युद्ध में जबरन भर्ती का मामला।
- प्रधानमंत्री ने राहत कार्य की पुष्टि की।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली संसदीय क्षेत्र के एमडीएमके सांसद दुरई वाइको ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके संसद परिसर स्थित कार्यालय में मुलाकात की।
इस दौरान, दुरई वाइको ने 15 राजनीतिक दलों के 68 सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र प्रस्तुत किया। इस पत्र में रूस के युद्ध क्षेत्र में फंसे तमिलनाडु के मेडिकल छात्र किशोर सरवनन सहित सैकड़ों भारतीय छात्रों को सुरक्षित बचाने के लिए प्रधानमंत्री से तात्कालिक हस्तक्षेप की मांग की गई।
पत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया और संभावित खतरों की चर्चा की गई। दुरई वाइको ने बताया कि यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए 126 भारतीयों को रूसी सेना में जबरन भर्ती किया गया है, जो भारत और रूस के बीच के विदेश नीति समझौतों का उल्लंघन है।
प्रधानमंत्री ने दुरई वाइको को आश्वासन दिया कि फंसे भारतीयों के लिए बचाव कार्य चालू है और इसे तेज किया जाएगा। उन्होंने किशोर सरवनन समेत सभी भारतीयों को सुरक्षित लौटाने का विश्वास दिलाया।
दुरई वाइको ने कहा कि वह पहले ही विदेश मंत्री से मिल चुके हैं, संसद में इस मुद्दे को उठाया है और विदेश सचिव से अपनी बात रख चुके हैं।
इससे पहले, वकील सूर्य प्रकाशम ने चेन्नई उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर कर रूस में फंसे कुड्डालोर के मेडिकल छात्र किशोर को छुड़ाने की मांग की थी।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि रूस में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे कुड्डालोर जिले के निवासी किशोर सरवनन को झूठे आरोप में बंदी बनाकर जबरन यूक्रेन में लड़ने के लिए भेज दिया गया।