क्या पिछड़ों को प्राथमिकता और गरीबों की सेवा ही है नरेंद्र मोदी का लक्ष्य?

सारांश
Key Takeaways
- पिछड़ों को प्राथमिकता देने का स्पष्ट लक्ष्य।
- गरीबों के लिए पक्के घरों का निर्माण।
- विपक्ष की आलोचना और बिहार के विकास की गति।
पूर्णिया, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के पूर्णिया में एक जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने एनडीए सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी और राजद-कांग्रेस पर तीखा हमला किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में कांग्रेस द्वारा बिहार की तुलना बीड़ी से करने पर उन पर और राजद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बिहार का भला नहीं कर सकते। दूसरी ओर, उनकी सरकार का उद्देश्य पिछड़ों को प्राथमिकता देना और गरीबों की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 4 करोड़ लोगों को पक्का घर दिया गया है और 3 करोड़ लोगों को यह प्रदान करने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा, "हर गरीब को पक्का मकान देना हमारा लक्ष्य है और जब तक यह पूरा नहीं होता, मैं चैन से नहीं बैठ सकता।"
पूर्णिया हवाई अड्डे के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने कहा कि इसका टर्मिनल भवन केवल पांच महीने में तैयार हुआ। सीमांचल के पिछड़ेपन के लिए कांग्रेस और राजद को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि उनके कुशासन का सबसे ज्यादा नुकसान सीमांचल को उठाना पड़ा। लेकिन, अब एनडीए सरकार के कार्यकाल में इस क्षेत्र में विकास हो रहा है। सरकार यहां के किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मखाना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने मखाना किसानों की अनदेखी की। पीएम मोदी ने तंज भरे लहजे में कहा कि कुछ लोग यहां आकर चक्कर काट रहे हैं, लेकिन मैं दावे से कहता हूं कि मेरे आने से पहले उन्हें मखाना का नाम भी नहीं पता होगा।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की विकास गति कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रही। जिन्होंने वर्षों तक बिहार को लूटा और शोषण किया, वे यह स्वीकार नहीं कर पा रहे कि बिहार लगातार नए कीर्तिमान बना रहा है।