क्या प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ आत्मनिर्भर भारत का आधार बना?

सारांश
Key Takeaways
- मेक इन इंडिया ने आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया है।
- युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं।
- यह अभियान अब एक आंदोलन के रूप में विकसित हो चुका है।
- भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अपनी पहचान बना रहा है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने इसे राष्ट्रीय गौरव से जोड़ा है।
नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त आर. के. माथुर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह एक राष्ट्रीय मिशन के रूप में विकसित होकर भारत की विकास यात्रा का नया अध्याय बन गया है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भरता, युवाओं के लिए अवसर, और भारत की वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया।
माथुर ने ‘मोदी स्टोरी’ में अपने अनुभवों का साझा करते हुए कहा कि दशकों तक देश के रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र में पुरानी व्यवस्थाएं और लंबी देरी सबसे बड़ी बाधा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता संभालते ही इस जड़ता को तोड़ने का कार्य किया और साहसिक सुधारों की शुरुआत की। रक्षा उत्पादन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों को निगमित कर उन्हें नई ऊर्जा और प्रतिस्पर्धा का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि खरीद प्रणाली (प्रोक्योरमेंट) में बड़े बदलाव किए गए, जिसमें भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दी गई। विदेशी निवेश के दरवाजे खोले गए ताकि देश में नई तकनीक और रोजगार आ सकें। इसके साथ ही रेलवे का आधुनिकीकरण, नए औद्योगिक गलियारों का निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स व अंतरिक्ष क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा और नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर दिया गया।
माथुर के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ को केवल उद्योग तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक और राष्ट्रीय गौरव की भावना से जोड़ा। यह अभियान अब एक आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के अवसर मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारत न सिर्फ रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा है, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी अपनी अहम जगह बना रहा है। देश की अर्थव्यवस्था में उद्योगों का योगदान बढ़ा है और भारत दुनिया की उभरती हुई औद्योगिक शक्ति के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।
आर. के. माथुर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ के जरिए भारत की विकास गाथा को पुनर्परिभाषित किया है। यह केवल नीति नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और भविष्य के वैश्विक नेतृत्व की दिशा में भारत का संकल्प है।”