क्या मुरादाबाद की मासूम वाची का नर्सरी में हुआ एडमिशन, सीएम योगी से मदद मांगी थी?

सारांश
Key Takeaways
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता की समस्याओं को सुनने के लिए 'जनता दर्शन' की व्यवस्था की है।
- वाची की कहानी यह दिखाती है कि कैसे एक बच्चे की हिम्मत से समस्या का समाधान हो सकता है।
- आरटीई के तहत बच्चों को शिक्षा का अधिकार प्राप्त है।
- जनता का दरबार हमेशा मददगार साबित हो सकता है।
- माता-पिता की संघर्षशीलता से बच्चों को शिक्षण में मदद मिल सकती है।
मुरादाबाद, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'जनता दर्शन' में गुहार लगाने वाली मुरादाबाद की मासूम बच्ची वाची का आखिरकार स्कूल में दाखिला हो गया है। इस खबर से वाची बहुत खुश है और उसके माता-पिता भी संतुष्ट हैं। वाची को वर्तमान में मुरादाबाद के सीएल गुप्ता स्कूल में नर्सरी में एडमिशन मिला है।
जब से योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं, तब से वह नियमित रूप से 'जनता दर्शन' का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें जनता अपनी समस्याओं को लेकर आती है। इसी क्रम में सोमवार को वाची ने भी अपनी फरियाद सीएम के सामने रखी।
सीएम और वाची के बीच एक मजेदार बातचीत हुई। जनता दर्शन में वाची ने सीएम से स्कूल में दाखिला दिलाने की मदद मांगी। सीएम ने उससे पूछा कि वह किस स्कूल में जाना चाहती है और किस कक्षा में। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वाची का उसके पसंदीदा स्कूल में दाखिला सुनिश्चित किया जाए।
वाची के पिता, अमित, ने बताया कि उनकी बेटी को आरटीई के तहत स्कूल में दाखिला मिलना था। मुरादाबाद के प्रसिद्ध सीएल गुप्ता स्कूल में उसका दाखिला होना था, लेकिन स्कूल पहुंचने पर कागजात ले लिए गए और उसे वापस भेज दिया गया।
अमित ने कहा, "स्कूल प्रशासन ने जांच की बात की थी और बार-बार दाखिले को टालते रहे। इसके लिए उन्होंने जिले के अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद वे लखनऊ में सचिवालय गए और वहाँ भी अपनी समस्याएं रखीं। अंततः उन्होंने मुख्यमंत्री के 'जनता दर्शन' में भाग लिया।"
अमित ने आगे कहा, "मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया और अधिकारियों को भी निर्देश दिए थे। सीएम योगी के आदेश के बाद वाची का मुरादाबाद के सीएल गुप्ता स्कूल में दाखिला हो गया है।" वाची की माँ प्राची ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया है।