क्या मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने मादक पदार्थ और जंगली जीवों की तस्करी का पर्दाफाश किया?

सारांश
Key Takeaways
- कस्टम विभाग की सजगता से तस्करी के प्रयासों का भंडाफोड़ हुआ।
- तस्करी में शामिल मादक पदार्थों की कीमत करोड़ों में थी।
- दुर्लभ जंगली जीवों की तस्करी भी एक गंभीर मुद्दा है।
मुंबई, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई कस्टम (एयरपोर्ट कमिश्नरेट) के अधिकारियों ने तीन अलग-अलग मामलों में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। इन मामलों में मादक पदार्थों की तस्करी और दुर्लभ जंगली जीवों की अवैध तस्करी का खुलासा हुआ है। सभी मामले छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सामने आए, जहां यात्रियों को प्रोफाइलिंग और खुफिया सूचना के आधार पर पकड़ा गया।
पहले मामले में, 9 अगस्त को बैंकॉक से फ्लाइट नंबर 6ई1052 से मुंबई पहुंचे एक यात्री को कस्टम अधिकारियों ने रोका। उसके चेक-इन ट्रॉली बैग की जांच करने पर 2.873 किलो संदिग्ध हाइड्रोपोनिक वीड मिला। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.87 करोड़ रुपए बताई गई। मादक पदार्थ को बड़ी चालाकी से बैग में छुपाया गया था। आरोपी यात्री को एनडीपीएस (एनडीपीएस) एक्ट, 1985 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
दूसरे मामले में, 10 अगस्त को बैंकॉक से फ्लाइट नंबर 6ई1060 से आए एक यात्री को जांच के दौरान रोका गया। इस यात्री के बैग से 2.339 किलो संदिग्ध हाइड्रोपोनिक वीड मिला, जिसकी कीमत लगभग 2.33 करोड़ रुपए आंकी गई। यहां भी मादक पदार्थ को बैग में सावधानी से छुपाया गया था। आरोपी को एनडीपीएस एक्ट, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया।
तीसरे मामले में, 11 अगस्त को खुफिया सूचना के आधार पर एक यात्री को रोका गया, जो बैंकॉक से फ्लाइट नंबर 6ई1052 के जरिए मुंबई पहुंचा था। जांच के दौरान उसके डार्क ग्रे रंग के ट्रॉली बैग से कई दुर्लभ और संरक्षित जंगली जीव बरामद हुए।
इनमें मीरकैट (3), कॉमन ब्लू टंग्ड स्किंक (1), फोर आइड टर्टल (1), इगुआना (2), पिंकटो टारेंटुला (1), ब्रैकिपेल्मा टारेंटुला (2), एंटिलीज पिंकटो टारेंटुला (1), सेराम मैंग्रोव मॉनिटर लिज़र्ड (3) और कुछ ट्री क्रिकेट्स शामिल थे। ये सभी जीव बैग में छुपाकर लाए गए थे।
आरोपी यात्री को कस्टम एक्ट, 1962 और वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट, 1972 के तहत गिरफ्तार किया गया।