क्या उत्तराखंड के नैनीताल में बड़ा हादसा हुआ? नदी में कार गिरने से तीन शिक्षकों की मौत
सारांश
Key Takeaways
- उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
- शिक्षकों की मृत्यु ने एक गंभीर मुद्दे को उजागर किया है।
- स्थानीय समुदाय ने बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- पुलिस ने घटना की जांच शुरू की है।
- सड़क पर सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
नैनीताल, 23 नवम्बर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर एक गंभीर घटना घटित हुई। रातीघाट क्षेत्र में शिप्रा नदी में एक कार का नियंत्रण खोने से वह लगभग 60 मीटर नीचे गिर गई, जिससे हल्द्वानी ब्लॉक के गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन के अध्यक्ष सहित तीन शिक्षकों की मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस घटना की जानकारी रविवार को साझा की।
अधिकारियों के अनुसार, इस दुर्घटना में एक शिक्षक घायल हुआ, जिसे सीएचसी खैरना में प्राथमिक उपचार दिया गया, बाद में उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए हल्द्वानी भेजा गया।
पुलिस के मुताबिक, चार शिक्षक, जिनमें संजय सिंह बिष्ट (50) और मनोज कुमार शामिल थे, एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए कार से जा रहे थे।
यह दुःखद घटना शनिवार की शाम लगभग 7 बजे हुई जब रातीघाट के निकट कार का संतुलन बिगड़ गया और वह नदी में गिर गई।
दुर्घटना के समय एक बच्चे ने तारा सिंह बिष्ट को सूचना दी, जिन्होंने अन्य लोगों को इसके बारे में बताया। अधिकारियों ने बताया कि तारा सिंह और भाजपा मंडल अध्यक्ष नीरज बिष्ट सबसे पहले मौके पर पहुंचे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें घटना स्थल पर पहुंच गईं। बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी मदद की और संजय तथा मनोज को वाहन से बाहर निकाला।
इलाज के दौरान संजय की मृत्यु हो गई, जबकि मनोज को आगे की चिकित्सा सहायता के लिए हल्द्वानी भेजा गया। अन्य दो शिक्षक, सुरेंद्र भंडारी और पुष्कर भैंसोड़ा, गाड़ी में फंसे रहे और मौके पर ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा चुका है और उनके परिवारों को सूचित किया गया है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।