क्या सीबीआई ने नासिक सीजीएसटी अधीक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई की बड़ी कार्रवाई नासिक में हुई।
- सीजीएसटी अधीक्षक हरि प्रकाश शर्मा को रिश्वत लेते पकड़ा गया।
- आरोपी के पास से 19 लाख रुपए नकद और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
नासिक, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सीजीएसटी अधीक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। सीबीआई ने नासिक आयुक्तालय के सीजीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधीक्षक को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
गिरफ्तार अधीक्षक को बुधवार को पुणे स्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान हरि प्रकाश शर्मा के रूप में हुई है।
सीबीआई ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ 14 अक्टूबर को एक मामला दर्ज किया था। शिकायत के अनुसार, आरोपी हरि प्रकाश ने एक निजी कंपनी के आईजीएसटी इनपुट मामले में कार्रवाई न करने के एवज में शिकायतकर्ता से 50 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी, जिसे बाद में घटाकर 22 लाख रुपए कर दिया गया। उसने शिकायतकर्ता से 14 अक्टूबर को 5 लाख रुपए और शेष 17 लाख रुपए 17 अक्टूबर को देने को कहा था।
सीबीआई की टीम ने जाल बिछाकर 14 अक्टूबर को आरोपी को उसके कार्यालय के बाहर शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
सीबीआई ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी के आवासीय और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली। इस दौरान लगभग 19 लाख रुपए नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।
इससे पहले, सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुवाहाटी में तैनात राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कार्यकारी निदेशक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने बुधवार को जानकारी दी कि अधिकारी को एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
सीबीआई ने एनएचआईडीसीएल के कार्यकारी निदेशक और निजी कंपनी में काम करने वाले दो लोगों के खिलाफ शिकायत मिली थी। इसी पर सीबीआई ने पिछले दिनों मुकदमा दर्ज किया और उसके बाद मंगलवार को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया।