क्या नेशनल हेराल्ड मामला बदले की भावना से प्रेरित है? मल्लिकार्जुन खड़गे का दावा
सारांश
Key Takeaways
- नेशनल हेराल्ड मामला राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है।
- कांग्रेस ने इसे न्याय की जीत बताया है।
- मोदी सरकार पर आरोप है कि वे ईडी का गलत इस्तेमाल कर रही है।
- खड़गे ने प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
- कांग्रेस पार्टी इस मामले को लेकर संघर्ष जारी रखेगी।
नई दिल्ली, १७ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नेशनल हेराल्ड मामले में आए नए फैसले के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करते हुए भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला पूरी तरह से फर्जी और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित था। खड़गे ने यह भी कहा कि यह मामला कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने और परेशान करने के उद्देश्य से लाया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बताया कि नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना १९३८ में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा की गई थी और इसका स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके बावजूद, भाजपा सरकार ने इस प्रतिष्ठित अखबार को मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोपों में घसीटने की कोशिश की। खड़गे ने कहा कि इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है, लेकिन भाजपा ने इसे राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया।
खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए लगातार विपक्षी नेताओं पर ईडी जैसी जांच एजेंसियों के माध्यम से मामले दर्ज करवा रही है। भाजपा ने डर और दबाव के सहारे लोगों को अपने पक्ष में किया और इसी आधार पर सरकारें बनाईं। उन्होंने यह कहा कि यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक प्रवृत्ति है। अदालत का फैसला भाजपा की राजनीति को बेनकाब कर देता है। अब फैसला न्याय के पक्ष में आया है, सच की जीत हुई है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को घेरे हुए खड़गे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में फैसला आने के बाद अब उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। उन्हें यह संकल्प लेना चाहिए कि भविष्य में वे लोगों को सताने का काम नहीं करेंगे।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम देश की सड़कों पर इस राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई का पर्दाफाश करेंगे। पिछले सात वर्षों से कांग्रेस पार्टी को ईडी से लगातार परेशान किया जा रहा है। प्रतिशोध की राजनीति के माध्यम से हमारी सीनियर लीडरशिप को निशाना बनाया जा रहा है, जिससे हर कार्यकर्ता प्रभावित है। हम पूरे भारत में अपनी ताकत दिखाएंगे ताकि यह साबित कर सकें कि कैसे केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को टारगेट करने के लिए ईडी का अनुचित इस्तेमाल कर रही है।
आपको बता दें, नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर आरोपपत्र पर गौर करने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस ने अदालत के इस फैसले को सच्चाई की जीत बताया है।