क्या नवी मुंबई की इमारत में लगी आग ने 7 लोगों को बेहोशी में बचाया?

सारांश
Key Takeaways
- नवी मुंबई में आग के कारण सतर्कता जरूरी है।
- सीआरपीएफ की त्वरित कार्रवाई टीम ने साहसिकता दिखाई।
- शॉर्ट सर्किट से होने वाले खतरों से अवगत रहना चाहिए।
- बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग का योगदान महत्वपूर्ण है।
- आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए।
मुंबई, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सीआरपीएफ अधिकारियों ने रविवार को जानकारी दी कि नवी मुंबई के खारघर में स्थित एक आवासीय इमारत में शॉर्ट सर्किट के कारण एक गंभीर आग लगी। इस आग के चलते सात लोगों को बेहोशी की स्थिति में बचाया गया।
एक अधिकारी के अनुसार, यह घटना खारघर के सेक्टर-35 में मौजूद 19 मंजिला ट्राइसिटी सिम्फनी टॉवर में हुई, जहाँ आग की लपटें इमारत की 19वीं मंजिल तक पहुँच गईं। बचाए गए सात लोगों में तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं।
सीआरपीएफ ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट में कहा, "आज दोपहर लगभग 12:50 बजे नवी मुंबई के खारघर स्थित ट्राइसिटी सिम्फनी टॉवर डक्ट में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई, जो 19वीं मंजिल तक पहुँच गई। कमांडेंट और अन्य अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स की 102 बटालियन की क्विक एक्शन टीम ने धुएं के बीच 17वीं और 18वीं मंजिल से 7 निवासियों (3 महिलाएं और 4 पुरुष, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं) को बहादुरी से बचाया। सभी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में अग्निशमन सेवा और खारघर पुलिस ने आग पर काबू पा लिया। हमारे जवानों के साहस को सलाम।"
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, आवासीय सोसाइटी के मीटर रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिससे 17वीं, 18वीं और 19वीं मंजिलों पर धुआं और आग फैल गई।
खारघर स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को दोपहर करीब 12.50 बजे इसकी सूचना मिली। अधिकारी ने बताया कि तुरंत कार्रवाई करते हुए, तलोजा से 102वीं बटालियन की त्वरित कार्रवाई टीम (क्यूएटी) ने तेजी से बचाव अभियान चलाया।
अग्निशमन विभाग और खारघर पुलिस ने आग को फैलने से रोका। बचाए गए निवासियों को सांस लेने में तकलीफ के कारण पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी हालत स्थिर बताई गई है। बाद में अग्निशमन सेवाओं और खारघर पुलिस ने बचाव अभियान में सहायता की।