क्या नवी मुंबई से 2.50 करोड़ से अधिक के सोना लूटकांड के दो आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार हुए?

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क्या नवी मुंबई से 2.50 करोड़ से अधिक के सोना लूटकांड के दो आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार हुए?

सारांश

नवी मुंबई में करोड़ों के सोने की लूट के मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। बिहार के मुजफ्फरपुर से पकड़े गए इन आरोपियों से कई आभूषण भी बरामद हुए हैं। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • नवी मुंबई में 2.62 करोड़ रुपए की सोने की लूट हुई थी।
  • आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर से पकड़े गए हैं।
  • बिहार एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच ने मिलकर कार्रवाई की।

मुजफ्फरपुर, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और मुंबई क्राइम ब्रांच की एकीकृत टीम ने सोमवार को नवी मुंबई में करोड़ों रुपए के सोने की लूट के मामले का खुलासा किया। इस टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बेला थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से लूट के कई आभूषण भी बरामद किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, नवी मुंबई के नेरुल स्थित एक शोरूम में 22 दिसंबर को अपराधियों ने धावा बोलकर लगभग 2 करोड़ 62 लाख 26 हजार रुपए मूल्य के सोने के आभूषण लूट लिए थे। इस चौकाने वाली घटना के बाद नवी मुंबई के एनआरआई सागरी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी पहचान छिपाने के लिए बिहार भाग आए थे। तकनीकी सर्विलांस और वैज्ञानिक जांच के आधार पर, मुंबई क्राइम ब्रांच ने बिहार एसटीएफ से संपर्क किया। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी मुजफ्फरपुर के बेला थाना क्षेत्र में छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित स्थानों पर घेराबंदी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी रामानंद यादव उर्फ आनंद यादव और आजमगढ़ के रामजन्म गोंड के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के बाद, इनकी तलाशी के दौरान लूट के दो सेट सोने के हार, दो लॉकेट, सोने की चेन, चार कान के झुमके और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।

गिरफ्तारी के बाद मुजफ्फरपुर में आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं और कागजी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद, मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मुंबई चली गई।

Point of View

बल्कि यह हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। जब अपराधी आसानी से भाग निकलते हैं और फिर पकड़ में आते हैं, तो यह दर्शाता है कि हमें अपनी सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

सोने की लूट कब हुई थी?
सोने की लूट 22 दिसंबर को हुई थी।
आरोपियों की पहचान क्या है?
आरोपियों की पहचान रामानंद यादव और रामजन्म गोंड के रूप में हुई है।
गिरफ्तारी के समय क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तारी के समय लूट के आभूषण जैसे सोने के हार, लॉकेट और मोबाइल फोन बरामद हुए।
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