क्या एनसीपी ने नगर निगम चुनावों के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीपी ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की।
- अजीत पवार इस सूची में सबसे ऊपर हैं।
- पार्टी ने महायुति के तहत चुनाव लड़ने की संभावना जताई।
- यदि उचित सीटें नहीं मिलीं, तो अकेले चुनाव लड़ने का इरादा है।
- पुणे और पिंपरी चिंचवड में भाजपा के साथ सौहार्दपूर्ण मुकाबला होगा।
मुंबई, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में आने वाले नगर निगम चुनावों की तैयारियों के तहत, अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने गुरुवार को राज्य चुनाव आयोग को अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची प्रस्तुत की।
राज्य अध्यक्ष सुनील तटकरे द्वारा जारी की गई इस सूची में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और प्रमुख सदस्यों के नाम शामिल हैं, जिन्हें पूरे राज्य में पार्टी के जनसंपर्क का नेतृत्व करने का कार्य सौंपा गया है।
इस सूची में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सबसे ऊपर हैं, उनके बाद वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के नाम हैं। प्रमुख मंत्रियों और नेताओं में हसन मुश्रीफ, नवाब मलिक, धनंजय मुंडे, नरहरि जीरवाल, अदिति तटकरे और मुश्ताक अंतुले जैसे प्रभावशाली नाम शामिल हैं।
इस पार्टी में अनुभवी नेताओं और युवा चेहरों का संतुलन है, जिनमें अमोल मितकारी, रूपाली चकांकर, समीर भुजबल, फिल्म स्टार सायली शिंदे, राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष अन्ना बंसोडे, सना मलिक और जीशान सिद्दीकी शामिल हैं।
हालांकि, मंत्री छगन भुजबल और पूर्व मंत्री दिलीप वलसे पाटिल जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेता इस सूची का हिस्सा नहीं हैं।
एनसीपी ने यह प्रमुख प्रचारकों की सूची ऐसे समय में जारी की है जब पार्टी को बीएमसी चुनावों में महायुति गठबंधन का हिस्सा बनने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, पार्टी को पड़ोसी ठाणे नगर निगम में भी महायुति गठबंधन में अपनी उचित हिस्सेदारी मिलने की संभावना है।
हालांकि, एनसीपी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया है कि अगर उन्हें महायुति गठबंधन में उचित सीटें नहीं मिलती हैं, तो वे इन दोनों नगर निकायों में अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
पुणे और पिंपरी चिंचवड में एनसीपी भाजपा के साथ सौहार्दपूर्ण प्रतिस्पर्धा करेगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि भाजपा और एनसीपी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगी और पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में किसी तीसरे दल को लाभ पहुंचाने से बचने के लिए सौहार्दपूर्ण प्रतिस्पर्धा करेंगी।
एनसीपी ने कहा कि महायुति को लेकर विभिन्न स्तरों पर चर्चा चल रही है। उन्होंने संकेत दिया कि इन सभी चुनावों में महायुति के तहत चुनाव लड़ने का निर्णय संभवतः लिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक स्थिति एक नगर निगम से दूसरे नगर निगम में भिन्न होती है।
उन्होंने कहा, "जब कोई पार्टी सत्ता में होती है, तो उसका अधिक हिस्सा हासिल करने की चाह स्वाभाविक है। पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गठबंधन के भीतर कई दौर की चर्चाएं आवश्यक हैं। एनसीपी महायुति गठबंधन के तहत नगर निकाय चुनाव लड़ने के पक्ष में है।"