क्या निर्माणाधीन भवन हादसे में मजदूरों की मौत को लेकर एक और आरोपी गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- निर्माणाधीन भवन के ढहने से हुई घटना में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हुई।
- पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया।
- चार मजदूरों की मौत हुई, जबकि अन्य घायल हुए।
- इस मामले में विधिक कार्रवाई जारी है।
ग्रेटर नोएडा, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्ध नगर के थाना रबूपुरा क्षेत्र में एक निर्माणाधीन भवन के ध्वस्त होने से हुई गंभीर घटना के मामले में पुलिस ने एक और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह घटना 19 नवंबर को हुई, जब एक निर्माणाधीन भवन की तीसरी मंजिल का लेंटर अचानक गिरकर वहां काम कर रहे मजदूरों को मलबे में दबा दिया।
सूचना मिलने पर पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमों ने तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया। मौके से कुल 11 मजदूरों को निकालकर अस्पताल भेजा गया, जहां चार मजदूरों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतकों में जीशान (22 वर्ष), शाकिर (38 वर्ष), कामिल (20 वर्ष)—तीनों निवासी मोहल्ला रावलपट्टी, नई बस्ती, थाना जेवर—और नदीम (25 वर्ष), निवासी कालछिना, मोदीनगर, गाजियाबाद शामिल हैं। हादसे में घायल सात व्यक्तियों का इलाज किया गया, जिनमें से सभी को बाद में घर भेज दिया गया।
घायलों में दानिश (21), फरदीन (18), रहीस (27), उमेश (24), सितारा (22), दिव्यांश (02), और पायल (10) शामिल थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए, थाना रबूपुरा पुलिस ने जांच का कार्य प्रारंभ किया। जांच में पता चला कि भवन निर्माण के समय सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी और निम्न गुणवत्ता की निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया था। बिना सुरक्षा व्यवस्था के निर्माण कार्य होने के कारण पूरा ढांचा ढह गया और मजदूरों की जान गई।
इस मामले में थाना रबूपुरा में महावीर सिंह, उनके पुत्र गौरव और पत्नी राजबाला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जब पुलिस ने जांच की, तो एक और नाम सामने आया, जो मनोज माहेश्वरी पुत्र गेंदा माहेश्वरी, निवासी मोहल्ला कानून गोयान, थाना जेवर का था। आरोपी की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और शुक्रवार को उसे थाना रबूपुरा क्षेत्र के फलैदा कट से गिरफ्तार किया।
मनोज माहेश्वरी