क्या विपक्ष को नीतीश कुमार की योजनाएं नहीं पच रही हैं? अशोक चौधरी का तंज

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में नीतीश कुमार ने एक करोड़ रोजगार का लक्ष्य रखा है।
- अशोक चौधरी का विपक्ष पर कड़ा प्रहार।
- मोदी की आर्थिक नीतियों से बिहार को मिलीं सौगातें।
- राहुल गांधी की यात्रा पर उठाए गए सवाल।
- बिहार में विकास की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
पटना, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में नए उद्यमियों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है। उन्होंने अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इस पर विपक्षी दलों द्वारा निशाना साधा जा रहा है।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विपक्ष को नीतीश कुमार की कोई भी योजना नहीं पचेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार की जो भी घोषणाएं हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। एक करोड़ रोजगार का लक्ष्य निश्चित रूप से पूरा होगा। पहले हमारा लक्ष्य 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार का था, लेकिन अब हम 50 लाख तक पहुंचने की दिशा में हैं। 20 लाख के लक्ष्य को पार कर यदि हम 50 लाख तक पहुंच सकते हैं, तो एक करोड़ रोजगार पाने में हम अवश्य सफल होंगे और इस पर निरंतर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री के जीएसटी से संबंधित घोषणा पर कहा कि जब पीएम मोदी ने भारत की बागडोर संभाली थी, तब हमारी अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी। उनके प्रयासों और नेतृत्व में आज यह चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था बन गई है और जल्द ही तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। बिहार को बजट में प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण सौगातें दी हैं, जिससे प्रदेश में निरंतर विकास हो रहा है। पीएम मोदी जब भी बिहार आते हैं, तो करोड़ों की योजनाएं लेकर जाते हैं।
अशोक चौधरी ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर कहा कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इस मुद्दे में कोई दम नहीं है। चुनाव आयोग कह रहा है कि गलत वोटर जुड़े नहीं हैं और सही वोटर कटे नहीं हैं। इसके बाद बहस करने के लिए कुछ नहीं है। राहुल गांधी लोगों में भ्रम फैला रहे हैं।