क्या नोएडा प्राधिकरण अवैध निर्माण पर सख्ती बरत रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित किया जाएगा।
- जन सामान्य को जागरूक करने के लिए नए बोर्ड लगाए जाएंगे।
नोएडा, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण के बढ़ते मामलों पर सख्ती बरतने के लिए नोएडा प्राधिकरण में सोमवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान लेखपाल द्वारा वर्तमान स्थिति का गहन विश्लेषण किया गया और अवैध निर्माण के खिलाफ उठाए गए कदमों जैसे कि नोटिस जारी करना और एफआईआर दर्ज कराने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
सीईओ ने अवैध निर्माण के मामले में अब तक की ढीली कार्यवाही पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की और सभी संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ग्रामवार, खसरा नम्बरवार और अतिक्रमणकर्तावार विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज कराई जाए। जिन मामलों में पहले से दी गई तहरीरों पर एफआईआर नहीं हुई है, उनके लिए प्रभावी पैरवी की आवश्यकता है और इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाए।
इसके अलावा, अवैध निर्माण के खिलाफ जारी नोटिस, दर्ज एफआईआर, सील भवन और थानों में दी गई तहरीरों की एक विस्तृत सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए गए। जनसामान्य को जागरूक करने के लिए जीर्ण-शीर्ण बोर्डों की मरम्मत और आवश्यकता अनुसार नए बोर्ड लगाने का भी आदेश दिया गया।
सीईओ ने यह भी निर्देश दिया कि नोएडा के डूब क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों को रोकने के लिए जिला प्रशासन, सिंचाई विभाग और पुलिस विभाग के साथ समन्वय कर सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने लेखपालों को वर्क सर्किल के साथ मिलकर सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया और चेतावनी दी कि यदि शिथिलता बरती गई, तो संबंधित लेखपाल की जवाबदेही तय की जाएगी और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में विशेष कार्याधिकारी महेंद्र प्रसाद, क्रान्ति शेखर, अरविन्द कुमार सिंह, उप महाप्रबन्धक (सिविल) विजय कुमार रावल और भूलेख विभाग के राजस्व निरीक्षक तथा लेखपाल भी उपस्थित रहे।