क्या नोएडा में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है? चार दिन में मिले 53 नए मरीज, मामलों की संख्या 419 पर पहुंची

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क्या नोएडा में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है? चार दिन में मिले 53 नए मरीज, मामलों की संख्या 419 पर पहुंची

सारांश

नोएडा में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जहां हाल ही में 53 नए मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया है। क्या आप जानते हैं कि इस बीमारी से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

Key Takeaways

  • डेंगू के मामलों में वृद्धि हो रही है।
  • 53 नए मरीज चार दिन में मिले हैं।
  • एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया गया है।
  • स्वास्थ्य विभाग सक्रिय निगरानी कर रहा है।
  • सामुदायिक जागरूकता आवश्यक है।

नोएडा, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्ध नगर जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की हालिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले चार दिनों में डेंगू के 53 नए मामले सामने आए हैं। इन मरीजों के घरों और आसपास के इलाकों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया गया है, ताकि मच्छरों के प्रकोप पर नियंत्रण पाया जा सके।

मलेरिया विभाग की अधिकारी श्रुति कीर्ति वर्मा ने जानकारी दी कि 30 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच इन नए मामलों की पुष्टि हुई है। अब तक जिले में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 419 तक पहुंच गई है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन चुकी है।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की टीम लगातार निगरानी कर रही है। जिन क्षेत्रों में मरीजों की पहचान हो रही है, वहां विशेष रूप से फॉगिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे कराया जा रहा है। इतना ही नहीं, कई मामलों में मरीजों के दफ्तरों से भी संपर्क साधा गया है और वहां भी मच्छरों को खत्म करने के लिए छिड़काव किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है। लोगों को पानी की टंकियों और कूलरों को नियमित रूप से साफ करने, पुराने बर्तनों, टायरों और गमलों में पानी जमा न होने देने की सलाह दी गई है।

डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए समय पर जांच कराना सबसे जरूरी है। साथ ही, किसी भी प्रकार के बुखार को हल्के में न लिया जाए। डेंगू के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, लाल चकत्ते और कमजोरी शामिल हैं।

वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि मरीजों को उचित इलाज और निगरानी दी जा रही है। जिले के सभी अस्पतालों को सतर्क कर दिया गया है और डेंगू जांच एवं उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है कि डेंगू के मामलों में तेजी से रोकथाम की जा सके। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक लोग स्वयं सतर्क नहीं होंगे, तब तक बीमारी पर पूर्ण नियंत्रण पाना मुश्किल होगा।

Point of View

बल्कि नागरिकों की जागरूकता भी आवश्यक है।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

डेंगू के लक्षण क्या हैं?
डेंगू के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, लाल चकत्ते और कमजोरी शामिल हैं।
डेंगू से कैसे बचा जा सकता है?
डेंगू से बचाव के लिए अपने घरों में पानी जमा न होने दें, नियमित रूप से सफाई करें और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बताए गए उपायों का पालन करें।
क्या डेंगू का इलाज संभव है?
हां, डेंगू का इलाज संभव है। यदि आपको कोई लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डेंगू के लिए क्या जांच कराई जानी चाहिए?
डेंगू के लिए रक्त की जांच कराई जानी चाहिए, जो कि डेंगू वायरस की पहचान कर सकती है।
क्या डेंगू एक संक्रामक बीमारी है?
जी हां, डेंगू एक संक्रामक बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों के द्वारा फैलती है।