क्या नोएडा में मंत्री संजय निषाद ने विपक्ष पर निशाना साधा?

सारांश
Key Takeaways
- संजय निषाद ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए निषाद समाज के अधिकारों की बात की।
- 20 अगस्त को राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन होगा।
- विपक्ष की नीतियों पर तीखा हमला किया गया।
- निषाद समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग उठाई जाएगी।
- जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए गए।
नोएडा, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद शनिवार को नोएडा पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और पार्टी की आगामी रणनीति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
मंत्री संजय निषाद ने कहा कि 20 अगस्त को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। इस अधिवेशन में देशभर से कार्यकर्ता शामिल होंगे। अधिवेशन के दौरान उत्तर प्रदेश में निषाद समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी अध्यक्ष और पदाधिकारी संगठन की कार्यप्रणाली की समीक्षा भी करेंगे।
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि हमारा विजन डॉक्यूमेंट 2047 देश और प्रदेश को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का है। सोच वही मायने रखती है। हमने राम मंदिर बनवाया, धारा 370 हटाई और महिलाओं को आरक्षण दिया। जबकि, विपक्ष की सोच केवल माफिया पैदा करने और अर्थव्यवस्था को खत्म करने की है। विपक्ष हमेशा जनता को गुमराह करता रहा है। 70 वर्षों तक आम लोगों को शिक्षा और अवसर से वंचित रखा गया। उनका मकसद केवल जनता को अंधा बनाना, झंडा उठवाना और अपने धंधे चलाना रहा है। लेकिन, अब जनता जाग चुकी है और कह रही है कि न झंडा उठाएंगे, न डंडा खाएंगे और न ही इनका धंधा चलाएंगे।
मंत्री ने विपक्षी गठबंधन 'पीडीए' पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गठबंधन केवल दिखावा है। पूजा पाल को बाहर करना इनके दोहरे चरित्र को दर्शाता है। वे पीड़ितों को अधिक अपमानित करने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि हमने दलित और पिछड़े वर्गों को एकजुट करने का कार्य किया है। 2019 में जब सपा-बसपा का गठबंधन हुआ था, तब भी जनता ने भाजपा को ही चुना, क्योंकि जनता समझ चुकी है कि देश की आवाज कौन है।
संजय निषाद ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि 'एसआईआर' कांग्रेस सरकार के समय ही लागू हुआ था। हम कहते हैं कि वोट का अधिकार केवल भारत के नागरिक को ही होना चाहिए, लेकिन विपक्ष घुसपैठियों को वोटर बनाना चाहता है। आने वाले चुनाव में जनता विपक्षी दलों को करारा जवाब देगी और निषाद समाज अपने अधिकारों की लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ाएगा।