क्या नोएडा में मिशन शक्ति 5.0 के तहत सभी थानों में महिला सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
- गोपनीयता का ध्यान रखा जाएगा
- वन स्पॉट सपोर्ट सिस्टम
- मानसिक और कानूनी सहयोग
- तेज न्याय की सुविधा
नोएडा, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत प्रदेश के सभी थानों में महिला सहायता केंद्रों का वर्चुअल शुभारंभ किया।
इस अवसर पर गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्तालय (सीपी ऑफिस) में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिला पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ छात्राएं और बड़ी संख्या में आम नागरिक भी शामिल हुए। इस पहल के तहत जनपद के सभी थानों में पहले से बनी हेल्प डेस्क को अब महिला सहायता केंद्र के रूप में विकसित किया गया है।
इन सहायता केंद्रों को थाने परिसर के भीतर अलग से बनाए गए कमरों में स्थापित किया गया है ताकि पीड़ित महिलाओं को गोपनीय माहौल में अपनी बात रखने का अवसर मिल सके। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने बताया कि महिला सहायता केंद्र वन स्पॉट सपोर्ट सिस्टम के रूप में काम करेंगे। यहां आने वाली महिलाओं को न केवल उनकी शिकायत दर्ज करने में मदद मिलेगी, बल्कि उन्हें परामर्श, मार्गदर्शन, सहयोग और संरक्षण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इसका उद्देश्य यह है कि महिलाएं बिना किसी भय या संकोच के सीधे पुलिस तक पहुंच सकें और उन्हें तुरंत सहयोग मिल सके। महिला सहायता केंद्रों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों के साथ-साथ परामर्शदाता भी मौजूद रहेंगे, जो घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, छेड़छाड़ और अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाओं को मानसिक व कानूनी सहयोग देंगे।
इसके साथ ही, इन केंद्रों को तकनीकी संसाधनों से भी जोड़ा जा रहा है ताकि पीड़ित महिलाओं को तेजी से न्याय दिलाने में मदद मिल सके। मिशन शक्ति अभियान की यह पहल महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। नोएडा पुलिस आयुक्तालय के अधिकारियों का कहना है कि इन महिला सहायता केंद्रों के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा कि महिलाओं की सुरक्षा सरकार और पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।