क्या ओडिशा के नुआपाड़ा उपचुनाव में मतदान प्रक्रिया में धांधली हुई?
सारांश
Key Takeaways
- मतदान में धांधली के आरोपों ने सियासी हलचल पैदा की।
- बीजद ने सरकारी अधिकारियों पर अनुचित समर्थन का आरोप लगाया।
- सीसीटीवी फुटेज की मांग मतदान की पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए है।
- ईवीएम मशीनों को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
- मतगणना की प्रक्रिया 8 बजे से शुरू होगी।
भुवनेश्वर, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बीजू जनता दल (बीजद) ने हाल ही में संपन्न नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मतदान के दौरान धांधली का आरोप लगाया है।
बीजद के उपाध्यक्ष अतनु सब्यसाची नायक ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मतदान के दिन शाम पाँच बजे तक 75 प्रतिशत मतदान हुआ। लेकिन बाद में आई रिपोर्टों में मतदान 83.5 प्रतिशत बताया गया। अधिक मतदान एक सकारात्मक संकेत हो सकता है, लेकिन मतदान समाप्ति के बाद आठ प्रतिशत से अधिक मतदान होना गंभीर संदेह उत्पन्न करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 41 मतदान केंद्रों पर 91 प्रतिशत से अधिक मतदान होना उपचुनाव के दौरान संभावित धांधली की ओर इशारा करता है।
नायक ने आरोप लगाया कि कई सरकारी अधिकारियों ने चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा को अनुचित समर्थन दिया।
इसी बीच, वरिष्ठ बीजद नेता और पार्टी प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने मांग की कि 90 प्रतिशत से अधिक मतदान वाले सभी मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज पार्टी को उपलब्ध कराए जाएं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि मतदान प्रक्रिया सही थी या उसमें हेराफेरी हुई।
उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें ईवीएम मशीनें निजी वाहनों में ले जाई जा रही थीं, जिससे चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।
लेनिन ने कहा, "उम्मीदवारों की चोरी और वोटों की चोरी के बाद, अब हमें बूथों की चोरी भी देखने को मिल रही है।"
बीजद और कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर चुनाव प्रचार के दौरान और 11 नवंबर को नुआपाड़ा उपचुनाव के मतदान के दिन आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए हैं।
विपक्षी दलों ने उपचुनाव के दौरान भाजपा नेताओं और उनके उम्मीदवार जय ढोलकिया को अनुचित समर्थन देने के लिए राज्य सरकार के अधिकारियों को भी निशाने पर लिया।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम में पड़े मतों की गिनती की जाएगी।