क्या उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने सुभद्रा योजना के लाभार्थियों से संवाद किया?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं का सशक्तिकरण महत्वपूर्ण है।
- सुभद्रा योजना का उद्देश्य आत्मनिर्भरता है।
- सरकार का समर्थन महिलाओं के लिए आवश्यक है।
- महिलाओं की सफलता की कहानियाँ प्रेरणादायक हैं।
- इस योजना में भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है।
भुवनेश्वर, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुभद्रा योजना के लाभार्थियों से संवाद किया। लोकसेवा भवन में आयोजित इस सत्र में विभिन्न जिलों की महिलाएं शामिल हुईं।
उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने सुभद्रा योजना की कई लाभार्थियों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनके अनुभवों, सफलता की कहानियों और चुनौतियों के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने महिलाओं को ऊंचे लक्ष्य रखने और लखपति से करोड़पति बनने की अपनी यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया और राज्य की महिला सशक्तीकरण के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
प्रवती परिदा ने कहा, "सुभद्रा योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है। इन महिलाओं की आकांक्षाएं बहुत ऊँची हैं और हम उनकी यात्रा के हर चरण में समर्थन देने के लिए तत्पर हैं।"
उपमुख्यमंत्री ने योजना के तहत हुई प्रगति की सराहना की और प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार राज्य भर में महिलाओं के नेतृत्व वाली आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में निरंतर सरकारी समर्थन का आश्वासन दिया।
इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव सुभा शर्मा, निदेशक मनीषा बनर्जी और जिला समाज कल्याण अधिकारी भी लाभार्थियों के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद में शामिल हुए।
इसी बीच, 29 जुलाई को ओडिशा सरकार ने वस्त्र क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मिशन शक्ति विभाग के माध्यम से केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत बुनकर सेवा संघ के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे।