क्या ओडिशा में महिलाओं से जुड़ी हर त्रासदी सरकार की नाकामी को दर्शाती है?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध
- सरकार की नाकामी
- सामाजिक संवेदनशीलता की कमी
- व्यक्तिगत त्रासदी से बड़ी समस्या
- नवीन पटनायक की चिंता
पुरी, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को बरगढ़ के गैसिलेट में एक नाबालिग लड़की के आत्मदाह की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती घटनाओं पर अपनी चिंता जाहिर की।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर बीजद नेता नवीन पटनायक ने मृतका के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, "यह जानकर अत्यंत दुख, सदमा और पीड़ा हुई कि बरगढ़ के गैसिलेट की एक और लड़की ने आत्मदाह कर लिया। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि ईश्वर उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।"
लड़कियों के खिलाफ बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "यह बेहद दुखद है कि हमारी लड़कियां इस तरह से अपनी जान लेने पर मजबूर हो रही हैं। पिछले महीने में ऐसी परिस्थितियों में चार बच्चियों की जान जा चुकी है। हर मासूम की मौत ओडिशा की एक बेटी की दर्दनाक कहानी है, जो इतनी असहनीय हो गई कि उसे आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं सूझा। ये चार मौतें मामूली नहीं हैं। ऐसी कई लड़कियां हैं जो रोजाना अपराध का शिकार बन रही हैं और दुखद तरीके से मर रही हैं।"
उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पीड़ितों की हताशा केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है। यह हर त्रासदी में और उनकी चीखों के पीछे सरकार की नाकामी को दर्शाता है। प्रशासन में विश्वास टूट रहा है, जहां हमारी बेटियां खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं। भाजपा सरकार ऐसी दिल दहला देने वाली घटनाओं को कब तक नजरअंदाज करेगी? सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता ओडिशा की बेटियों को और भी असुरक्षित बना रही है।
ज्ञात रहे कि यह दुखद आत्मदाह की घटना बरगढ़ जिले के फिरींगी माला गांव में हुई। सोमवार को १३ साल की एक लड़की ने कथित तौर पर आग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।