क्या ओडिशा यूथ कांग्रेस वोट चोरी के खिलाफ अभियान गांव-शहर तक ले जाने जा रही है?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा यूथ कांग्रेस का अभियान वोट चोरी के खिलाफ है।
- राहुल गांधी के नेतृत्व में यह आंदोलन शुरू हुआ।
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का प्रयास है।
- चुनाव आयोग की पारदर्शिता की मांग की जा रही है।
- यह अभियान लोकतंत्र की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
भुवनेश्वर, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा यूथ कांग्रेस ने वोट चोरी के खिलाफ अपने अभियान को और अधिक सक्रिय बनाने की घोषणा की है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आह्वान पर शुरू किया गया यह आंदोलन अब शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण अंचलों तक हर वर्ग के बीच पहुंचाया जाएगा। यूथ कांग्रेस के नेता यासर नवाज ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी।
यासर नवाज ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलीभगत कर लोगों के जनादेश के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। उनका कहना है कि ठोस सबूत होने के बावजूद चुनाव आयोग चुप है और राहुल गांधी की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब-जब राहुल गांधी आयोग से सवाल उठाते हैं, भाजपा असहज हो जाती है।
यूथ कांग्रेस के नेता ने कहा कि चोरी किए गए वोटों से बनी सरकार कभी भी जनता के लिए काम नहीं कर सकती, क्योंकि वह केवल अपने हितों की पूर्ति में लगी रहती है। ऐसे शासन में युवाओं, छात्रों और गरीबों की समस्याओं का समाधान असंभव है क्योंकि इसकी नींव ही अवैध होती है।
नवाज ने याद दिलाया कि जब भारत गणराज्य बना, तब प्रत्येक नागरिक को मतदान का अधिकार दिया गया था, जो उसकी शक्ति और गरिमा का प्रतीक है। चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि किसी भी नागरिक को इस अधिकार से वंचित न किया जाए। लेकिन आज की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में 65 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए और देशभर में करोड़ों वोट चोरी किए जा रहे हैं।
यूथ कांग्रेस ने राहुल गांधी की पारदर्शिता संबंधी मांगों को तुरंत मानने की अपील की है। इसमें चुनावों से जुड़े डिजिटल डाटा और सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करना और वोट हेरफेर में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना शामिल है, चाहे वे किसी भी राज्य या राजनीतिक दल से जुड़े क्यों न हों। उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र की रक्षा और मतदाताओं के अधिकारों की बहाली के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा।