क्या पी. चिदंबरम ने बिहार की मतदाता सूची को लेकर चुनाव आयोग से 7 सवाल पूछे?

Click to start listening
क्या पी. चिदंबरम ने बिहार की मतदाता सूची को लेकर चुनाव आयोग से 7 सवाल पूछे?

सारांश

बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण पर कांग्रेस के नेता पी. चिदंबरम ने 7 महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं। क्या ये सवाल चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को प्रभावित करेंगे? आइए जानते हैं।

Key Takeaways

  • पी. चिदंबरम ने चुनाव आयोग से 7 सवाल पूछे हैं।
  • बिहार की मतदाता सूची में अनियमितताओं का आरोप।
  • पारदर्शिता और निष्पक्षता की आवश्यकता।
  • मतदाता का विश्वास बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
  • चुनाव आयोग को जवाब देना होगा।

नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कांग्रेस द्वारा गंभीर आलोचना के बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को चुनाव आयोग से 7 सवालों का जवाब मांगा है। ये सवाल बिहार विधानसभा चुनावों से पहले 'मतदाता शुद्धिकरण' अभियान में कथित अनियमितताओं से संबंधित हैं।

पी. चिदंबरम ने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से कहा है कि वे चुनाव आयोग पर किसी प्रकार की गड़बड़ी का आरोप नहीं लगा रहे हैं, लेकिन भारत के लोगों, विशेषकर बिहार के मतदाताओं को इन सवालों के जवाब जानने का अधिकार है।

बिहार की मतदाता सूची की विश्वसनीयता को लेकर चिदंबरम ने चुनाव आयोग से पूछा है कि भारत सरकार के अनुसार बिहार की कुल वयस्क आबादी का अनुमान क्या है। यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सही आबादी के आधार पर ही मतदाता सूची बनाई जाती है।

उन्होंने यह जानना चाहा कि बिहार के वयस्कों के कितने प्रतिशत हिस्से को चुनावी मतदाता सूची में शामिल किया गया है। क्या यह आंकड़ा 90.7 प्रतिशत के करीब है?

चिदंबरम ने पूछा है कि बिहार की वयस्क जनसंख्या का 9.3 प्रतिशत हिस्सा जो चुनावी सूची में नहीं है, उसके पीछे क्या कारण हैं? क्या ये लोग वोट देने से वंचित रह जाएंगे?

चिदंबरम ने यह भी पूछा कि क्या मतदाता सूची में करीब 24,000 ऐसे नाम हैं जो समझ में नहीं आते या गड़बड़ हैं?

उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या चुनावी सूची में 200,000 से अधिक घर के नंबर या पते गलत या खाली हैं?

उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या मतदाता सूची में लगभग 520,000 नाम डुप्लीकेट यानी दोहराए गए हैं?

पी. चिदंबरम ने पूछा कि क्या चुनाव आयोग पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए इन सवालों का जवाब देगा?

उन्होंने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह इन सभी सवालों के जवाब दें ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वास बना रहे।

अब देखना यह है कि चुनाव आयोग कब और कैसे इन सवालों का जवाब देता है और क्या वह बिहार के मतदाताओं के विश्वास को मजबूत करने के लिए कदम उठाता है।

Point of View

मैं मानता हूँ कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता अत्यंत आवश्यक हैं। चिदंबरम के उठाए गए सवाल महत्वपूर्ण हैं और इनका जवाब मिलना चाहिए ताकि मतदाता का विश्वास बना रहे।
NationPress
09/10/2025

Frequently Asked Questions

पी. चिदंबरम ने चुनाव आयोग से कौन-से सवाल पूछे?
उन्होंने बिहार की मतदाता सूची में अनियमितताओं से जुड़े 7 सवाल पूछे हैं, जिनमें वयस्क आबादी का आंकड़ा और मतदाता सूची की विश्वसनीयता शामिल हैं।
बिहार की मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल क्यों उठाए गए?
चिदंबरम का मानना है कि मतदाता सूची में कई नाम गलत हैं और बहुत से लोग वोट देने से वंचित रह सकते हैं।
क्या चुनाव आयोग इन सवालों का जवाब देगा?
यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन चुनाव आयोग को पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जवाब देना आवश्यक है।