क्या 'परमवीर दीर्घा' भारत को नवचेतना से जोड़ने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है?: पीएम मोदी

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क्या 'परमवीर दीर्घा' भारत को नवचेतना से जोड़ने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है?: पीएम मोदी

सारांश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'परमवीर दीर्घा' का उद्घाटन किया, जिसमें परमवीर चक्र से सम्मानित 21 वीरों के चित्र हैं। पीएम मोदी ने इसे भारत को नवचेतना से जोड़ने का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। यह दीर्घा देश की वीरता और बलिदान को समर्पित है।

Key Takeaways

  • परमवीर दीर्घा में 21 वीरों के चित्र हैं।
  • यह दीर्घा भारत के वीरता और बलिदान का प्रतीक है।
  • पीएम मोदी ने इसे नवचेतना का उदाहरण बताया।
  • यह युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का कार्य करेगी।
  • गुलामी की मानसिकता से निकले का प्रतीक है।

नई दिल्ली, १७ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में ‘परमवीर दीर्घा’ का उद्घाटन किया। इस दीर्घा में परमवीर चक्र से सम्मानित सभी २१ वीरों के चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खास प्रतिक्रिया दी।

पीएम मोदी ने कहा कि परमवीर दीर्घा में देश के अदम्य वीरों के ये चित्र हमारे राष्ट्र रक्षकों को भावभीनी श्रद्धांजलि हैं। एक लंबे कालखंड तक, राष्ट्रपति भवन की गैलरी में ब्रिटिश काल के सैनिकों के चित्र लगे थे। अब उनके स्थान पर, देश के परमवीर विजेताओं के चित्र लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन में परमवीर दीर्घा का निर्माण गुलामी की मानसिकता से निकलकर भारत को नवचेतना से जोड़ने के अभियान का एक उत्तम उदाहरण है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 'परमवीर दीर्घा' के उद्घाटन की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ''हे भारत के परमवीर, है नमन तुम्हें हे प्रखर वीर। ये राष्ट्र कृतज्ञ बलिदानों पर, भारत मां के सम्मानों पर। राष्ट्रपति भवन की परमवीर दीर्घा में देश के अदम्य वीरों के ये चित्र हमारे राष्ट्र रक्षकों को भावभीनी श्रद्धांजलि हैं। जिन वीरों ने अपने सर्वोच्च बलिदान से मातृभूमि की रक्षा की, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन दिया, उनके प्रति देश ने एक और रूप में अपनी कृतज्ञता अर्पित की है। देश के परमवीरों की इस दीर्घा को, दो परमवीर चक्र विजेताओं और अन्य विजेताओं के परिवारजनों की गरिमामयी उपस्थिति में राष्ट्र को अर्पित किया जाना और भी विशेष है।''

एक अन्य पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, ''एक लंबे कालखंड तक, राष्ट्रपति भवन की गैलरी में ब्रिटिश काल के सैनिकों के चित्र लगे थे। अब उनके स्थान पर, देश के परमवीर विजेताओं के चित्र लगाए गए हैं। राष्ट्रपति भवन में परमवीर दीर्घा का निर्माण गुलामी की मानसिकता से निकलकर भारत को नवचेतना से जोड़ने के अभियान का एक उत्तम उदाहरण है। कुछ साल पहले सरकार ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में कई द्वीपों के नाम भी परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखे हैं।''

आखिरी पोस्ट में उन्होंने लिखा, ''ये चित्र और ये दीर्घा हमारी युवा पीढ़ी के लिए भारत की शौर्य परंपरा से जुड़ने का एक प्रखर स्थल है। ये दीर्घा युवाओं को ये प्रेरणा देगी कि राष्ट्र उद्देश्य के लिए आत्मबल और संकल्प महत्वपूर्ण होते हैं। मुझे आशा है कि ये स्थान विकसित भारत की भावना का एक प्रखर तीर्थ बनेगा।''

राष्ट्रपति भवन में एक विशेष दीर्घा बनाई गई है। इस दीर्घा की विशेषता यह है कि यह स्थान देश के वीर सपूतों को समर्पित है। इस दीर्घा का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। यहां पर परमवीर चक्र विजेताओं के चित्रों को सम्मान के साथ प्रदर्शित किया गया है। इस पहल का उद्देश्य परमवीर चक्र विजेता, राष्ट्रीय नायकों के अदम्य साहस और बलिदान से देशवासियों को अवगत कराना है।

Point of View

यह दीर्घा हमारे वीरों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यह न केवल हमारे इतिहास को दर्शाता है, बल्कि हमें अपने भविष्य के प्रति प्रेरित भी करता है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो हमें अपनी एकता और अखंडता को सहेजने का संदेश देती है।
NationPress
17/12/2025

Frequently Asked Questions

परमवीर दीर्घा का उद्घाटन कब हुआ?
परमवीर दीर्घा का उद्घाटन १७ दिसंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया गया।
इस दीर्घा में कितने वीरों के चित्र हैं?
इस दीर्घा में परमवीर चक्र से सम्मानित २१ वीरों के चित्र प्रदर्शित किए गए हैं।
पीएम मोदी ने इस दीर्घा के बारे में क्या कहा?
पीएम मोदी ने इसे भारत को नवचेतना से जोड़ने का एक उत्तम उदाहरण बताया।
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