क्या यूपी सरकार पीड़ितों की मदद को प्राथमिकता दे रही है? बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में योगी की टीम-11 मुस्तैद

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क्या यूपी सरकार पीड़ितों की मदद को प्राथमिकता दे रही है? बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में योगी की टीम-11 मुस्तैद

सारांश

बाढ़ प्रभावित जनपदों में योगी सरकार के मंत्री राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावितों से संवाद स्थापित कर राहत सामग्री का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में पारदर्शिता और मानवीय संवेदना पर जोर दिया है।

Key Takeaways

  • योगी सरकार की प्राथमिकता बाढ़ पीड़ितों की मदद है।
  • मंत्रियों की टीम प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रही है।
  • मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में पारदर्शिता की आवश्यकता पर जोर दिया है।
  • सभी आवश्यक सुविधाएं समय पर पीड़ितों को मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।
  • स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों की निगरानी कर रहा है।

लखनऊ, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, प्रदेश सरकार के मंत्री बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों के लिए ग्राउंड जीरो पर सक्रिय हो गए हैं। मंत्रियों ने सोमवार को भी बाढ़ प्रभावित जनपदों का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों का जायजा लिया और पीड़ितों से संवाद स्थापित किया।

बाढ़ पीड़ितों और जरूरतमंदों तक अविलंब सहायता पहुँचाना, राहत सामग्री का निरंतर वितरण करना योगी सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रतिनिधि, प्रशासन और संसाधन जनता के हर सुख-दुख में है। सरकार हर परिस्थिति में बाढ़ पीड़ितों को राहत दिलाने के लिए तत्पर है।

योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और श्रम-सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने सोमवार को वाराणसी के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया। खन्ना ने प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया। प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने नमो घाट से नक्की घाट तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए राहत शिविरों में पहुँचकर पीड़ितों से संवाद किया। उन्होंने शिविरों में साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, भोजन, चिकित्सा सुविधा और बिजली आपूर्ति जैसी बुनियादी जरूरतों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

खन्ना ने श्रीराम पीजी कॉलेज और दीप्ति कॉन्वेंट स्कूल हुकुलगंज में भी राहत शिविरों का दौरा कर राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने बच्चों को चॉकलेट भी दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चिकित्सा टीमें पूरी सतर्कता के साथ कार्य करें और जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए समुचित प्रयास हों।

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने प्रयागराज की करछना तहसील के कटका डेरा गांव का निरीक्षण किया। बाढ़ की स्थिति का अवलोकन करने के साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावितों का कुशलक्षेम जाना। अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में सूखा राशन और मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था कराई जाए। बाढ़ चौकी के माध्यम से जलस्तर की सतत निगरानी एवं ग्राम प्रधानों से समन्वय स्थापित कर आवश्यकता पड़ने पर लोगों को सुरक्षित निकालने और राहत शिविर में पहुँचाने की तैयारी के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने मीरजापुर में भी राहत कार्यों का जायजा लिया और जिलाधिकारी, सीडीओ व एसपी के साथ स्थिति की जानकारी ली।

योगी सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और राज्यमंत्री संजय गंगवार ने कालपी, जालौन के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित की। मंत्रियों ने यहाँ बाढ़ पीड़ितों को भोजन भी परोसा। संजय गंगवार ने माधौगढ़ का भी निरीक्षण किया। मंत्रियों ने राहत सामग्री वितरण के साथ बाढ़ पीड़ितों का हाल जाना। राज्यमंत्री ने अधिकारियों को त्वरित सहायता सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया।

बलिया के प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने बाढ़ व कटान प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने एनडीआरएफ की नाव से बाढ़ प्रभावित गोपालपुर, उदयीछपरा, दूबेछपरा बस्ती में जाकर नुकसान व आमजन की परेशानियों का जायजा लिया। उन्होंने एनएच-31 के डेंजर प्वाइंट्स का भी निरीक्षण किया। मंत्री ने दूबेछपरा में हनुमान मंदिर से संचालित होने वाले बाढ़ राहत केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रशासनिक व बाढ़ विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ ही प्रभावित लोगों को विश्वास दिलाया कि पीड़ितों को समय से सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। जिला प्रशासन ने सारी व्यवस्था कर ली है। एनडीआरएफ ने भी मोर्चा संभाल लिया है।

जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने बाढ़ से प्रभावित ग्राम पंचायत चिल्ला, तारा (बांदा) का भ्रमण कर वहां की स्थितियों का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और आवश्यक्ताओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल राहत मुहैया कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं हर प्रभावित जिले की स्थिति पर नजर रखे हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि राहत कार्यों में पारदर्शिता और मानवीय संवेदना को प्राथमिकता दी जाए। राज्य सरकार 'हर पीड़ित तक सरकार' की भावना को जमीन पर उतारने के लिए संकल्पबद्ध है। जब तक हर पीड़ित तक सहायता नहीं पहुंचती, राहत व पुनर्वास का अभियान निरंतर जारी रहेगा। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की टीमें सक्रिय हैं। स्थानीय प्रशासन फील्ड में रहकर राहत कार्यों की निगरानी और समन्वय सुनिश्चित कर रहा है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि योगी सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद को प्राथमिकता दे रही है। राहत कार्यों की गति और पारदर्शिता से यह साबित होता है कि सरकार कठिन समय में अपने नागरिकों के साथ खड़ी है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

बाढ़ राहत कार्यों में योगी सरकार का क्या प्रयास है?
योगी सरकार ने बाढ़ राहत कार्यों में तत्परता दिखाई है, जिसमें मंत्री ग्राउंड जीरो पर जाकर बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान कर रहे हैं।
क्या राहत सामग्री का वितरण हो रहा है?
हाँ, राहत सामग्री का वितरण लगातार किया जा रहा है और सरकार ने इसकी निगरानी के लिए विशेष टीमें नियुक्त की हैं।
क्या योगी आदित्यनाथ खुद राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं?
जी हाँ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व्यक्तिगत रूप से हर प्रभावित जिले की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
बाढ़ पीड़ितों तक सहायता कैसे पहुंचाई जा रही है?
सरकार ने स्थानीय प्रशासन के माध्यम से राहत सामग्री और अन्य आवश्यक सुविधाएं पीड़ितों तक पहुंचाने का कार्य किया है।
क्या एनडीआरएफ बाढ़ राहत कार्यों में शामिल है?
हाँ, एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।