क्या प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं?

सारांश
Key Takeaways
- गुरु पूर्णिमा का पर्व आध्यात्मिक और शैक्षणिक गुरुओं के प्रति सम्मान व्यक्त करता है।
- प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं ने इस दिन की महत्ता को समझाया है।
- इस दिन को भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा माना जाता है।
नई दिल्ली, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं। गुरु पूर्णिमा का पर्व आध्यात्मिक और शैक्षणिक गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाता है।
यह दिन भारतीय परंपरा में गहराई से जुड़ा हुआ है और गुरुओं की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देता है, जो लोगों को ज्ञान की ओर ले जाते हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "गुरु पूर्णिमा के विशेष अवसर पर सभी को शुभकामनाएं।"
इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस शुभ दिन पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य के रिश्ते के महत्व को समझाया।
अमित शाह ने एक्स पर लिखा, "गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सभी गुरुजनों को नमन करता हूँ। भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य का संबंध शिक्षा-दीक्षा के साथ जीवन भर मार्गदर्शन का माध्यम भी होता है।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शुभकामनाएं दीं और इस दिन के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने एक्स पर लिखा, "गुरु की कृपा से ही शिष्य अज्ञान से आत्मबोध की ओर अग्रसर होता है।"
गुरु पूर्णिमा, जिसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है, हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन समुदायों द्वारा मनाया जाता है, और यह महाभारत के रचयिता ऋषि वेद व्यास की जयंती के उपलक्ष्य में मनाई जाती है।
इस दिन देशभर में आध्यात्मिक गतिविधियों, जैसे गुरु पूजा, प्रार्थनाओं और शिक्षाओं के माध्यम से मनाया जा रहा है। भक्त मंदिरों में जाकर प्रार्थना करते हैं और अपने आध्यात्मिक और शैक्षणिक गुरुओं के मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त करते हैं।