क्या पीएम मोदी ने 'मोदी आर्काइव' में कलाम की यात्रा के महत्व को बताया?

सारांश
Key Takeaways
- यात्रा के अनुभव व्यक्ति को समृद्ध करते हैं।
- सफलता के लिए विनम्रता और मेहनत आवश्यक हैं।
- डॉ. कलाम का जीवन प्रेरणादायक है।
- भारत की विविधता को समझना महत्वपूर्ण है।
- युवाओं के लिए बड़े सपने देखने की प्रेरणा।
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर देशभर में श्रद्धांजलि देने का क्रम जारी है। ‘मोदी आर्काइव’ के आधिकारिक एक्स हैंडल से पीएम मोदी के एक पुराने भाषण के कुछ अंश साझा किए गए हैं, जिसमें वे कलाम की प्रशंसा करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पीएम मोदी के भाषण का वीडियो 5 मई, 2025 का है, जिसमें उन्होंने अब्दुल कलाम के जीवन में यात्रा के महत्व पर प्रकाश डाला। वीडियो में पीएम मोदी ने अब्दुल कलाम पर लिखे एक पुराने लेख का उल्लेख करते हुए कहा, "जब कलाम साहब विद्यार्थी थे, तब उन्हें एक इंटरव्यू के लिए पहली बार रामेश्वर से निकलना पड़ा। उस समय उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और वे लोकल ट्रेन से इंटरव्यू के लिए निकले थे। उन्हें दिल्ली जाना था। कई दिनों के प्रवास के बाद जब वे दिल्ली पहुंचे, तो रास्ते में लोगों के परिवेश और भाषाएं बदलती थीं। खान-पान बदलता था और अलग-अलग भाषा में अखबार आते थे। ये सारे अनुभव उनके जीवन में बिल्कुल नए थे।"
उन्होंने बताया, "यात्रा के दौरान वे सो नहीं पाते थे। रात-रात भर खिड़की से बाहर देखते थे और दिल्ली आने का इंतजार करते थे। इस दौरान उन्हें जानने को मिला कि उनका देश कैसा है और देश में कैसी विशेषताएं हैं। उनकी इस पहली यात्रा ने उनके मन-मस्तिष्क में देश की विविधता और विराटता भर दी। यह यात्रा उनके पूरे जीवन के लिए एक बहुत प्रेरणादायक साबित हुई।"
इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करके लिखा, "डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्हें एक ऐसे दूरदर्शी व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है, जिसने युवा मन को प्रज्वलित किया और हमारे देश को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया। उनका जीवन हमें याद दिलाता है कि सफलता के लिए विनम्रता और कड़ी मेहनत बेहद जरूरी है। डॉ. कलाम का सपना एक सशक्त, आत्मनिर्भर और करुणामय भारत था और हम उनके इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"