क्या पीएम मोदी ने प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई के निधन पर शोक व्यक्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- मेघनाद देसाई का निधन भारत के लिए एक बड़ी हानि है।
- उन्होंने शिक्षा और राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- भारत-ब्रिटेन संबंधों में उनका योगदान अनमोल है।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत बनाने में उनके योगदान की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक संदेश में मेघनाद देसाई के निधन पर अपनी व्यथा प्रकट की। उन्होंने लिखा, "प्रख्यात विचारक, लेखक और अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई के निधन से मुझे बहुत दुख हुआ। वे हमेशा भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति जुड़े रहे। उन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमारी चर्चाएँ, जहां उन्होंने अपने अमूल्य विचार साझा किए, वे मुझे स्नेहपूर्वक याद रहेंगी। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ॐ शांति।"
मेघनाद देसाई का जन्म गुजरात में हुआ था और उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उन्हें लॉर्ड की उपाधि भी प्राप्त हुई थी। वे लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रहे, जहां उनके योगदान ने शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। उनके चले जाने से एक युग का निष्कर्ष हुआ है।
देसाई ने 1992 में एलएसई में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ ग्लोबल गवर्नेंस की स्थापना की। 1990 से 1995 तक, वे एलएसई के डेवलपमेंट स्टडीज इंस्टीट्यूट के निदेशक और संस्थापक सदस्य रहे। उनका शोध 50 वर्षों से अधिक समय तक चला। देसाई ने निजी क्षेत्र और राज्य के विकास एवं मार्क्सवादी अर्थशास्त्र पर प्रभाव से संबंधित विषयों पर कार्य किया, जिसमें वैश्वीकरण और बाजार उदारीकरण शामिल हैं।
देसाई ने बॉम्बे विश्वविद्यालय (अब मुंबई) से मास्टर डिग्री प्राप्त की और 1960 में यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया में अध्ययन किया, जहां से उन्होंने पीएचडी की। एलएसई के प्रोफेसर, श्रमिक नेता और नेशनल सेक्युलर सोसाइटी के मानद सहयोगी के रूप में उनका ब्रिटेन के शैक्षणिक और राजनीतिक क्षेत्रों में अद्वितीय प्रभाव रहा।