क्या पीएम मोदी ने साफ किया कि दुनिया के किसी नेता ने सीजफायर का दबाव नहीं डाला?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया।
- कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
- ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा महत्वपूर्ण थी।
- पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात की गई।
- सीजफायर के लिए किसी नेता का दबाव नहीं होने की बात कही गई।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' की विशेष चर्चा में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के ठोस रुख को स्पष्ट करते हुए देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस की आलोचना की। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने संसद में दिए गए पीएम मोदी के भाषण की प्रशंसा की।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "16 घंटे की चर्चा के दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम पर चर्चा करनी थी। लेकिन, विपक्ष लगातार एक सवाल उठाता रहा कि क्या सीजफायर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में हुआ।"
उन्होंने कहा, "आज संसद में खड़े होकर पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि दुनिया के किसी भी नेता ने हम पर सीजफायर के लिए दबाव नहीं डाला। पीएम मोदी ने यहां तक कहा कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने 9 मई की रात को बताया कि पाकिस्तान हम पर बहुत बड़ा हमला करने वाला है, जिस पर उन्होंने चेताया कि अगर पाकिस्तान की यह सोच है, तो उसका अंजाम बहुत ही बुरा होगा।"
भाजपा सांसद ने कहा, "आगे के घटनाक्रम में सभी ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट हुए, जिनमें से आठ अभी भी आईसीयू में पड़े हुए हैं। पाकिस्तान अब बाज आ जाए। अगर पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, तो उसे आगे भी सबक सिखाया जाएगा।"
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कांग्रेस को पाकिस्तान की भाषा नहीं बोलने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों को भी कहा कि हममें मतभेद हो सकते हैं, लेकिन कम से कम जिस तरह के सवाल पाकिस्तान खड़ा करता है और सबूत मांगता है, उस तरह की भाषा विपक्ष को नहीं बोलनी चाहिए। इससे देश की सेना के शौर्य और पराक्रम पर असर पड़ता है।"