क्या प्रधानमंत्री मोदी का असम दौरा सफल रहा? सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने दी विदाई
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का असम दौरा सफल रहा।
- किसानों के लिए नई योजनाएं घोषित की गईं।
- कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए गए।
- राज्य विकास पर जोर दिया गया।
- किसानों की समस्याओं का समाधान भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है।
गुवाहाटी, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय असम दौरा रविवार को समाप्त हुआ। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री को गर्मजोशी से विदाई दी।
असम के सीएम कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के असम दौरे के समापन पर डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने उन्हें दिल की गहराइयों से विदाई दी। मुख्यमंत्री ने असम के विकास के प्रति प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन, समर्थन और अटूट प्रतिबद्धता के लिए आभार व्यक्त किया। असम की जनता उनकी अगली यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने डिब्रूगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब असम में बनी खाद नॉर्थ-ईस्ट के किसानों के लिए महत्वपूर्ण थी। जब देश के कई हिस्सों में खाद की कमी आई, तब नामरूप किसानों के लिए यह उम्मीद बनी रही। लेकिन पुराने कारखानों की तकनीक समय के साथ अप्रचलित हो गई और कांग्रेस सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। परिणामस्वरूप, कई प्लांट बंद हो गए और नॉर्थ-ईस्ट के किसान मुश्किल में पड़ गए। कांग्रेस ने इस समस्या का समाधान नहीं निकाला और आज भाजपा की डबल इंजन सरकार इन समस्याओं को हल कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस अब भी देश विरोधी विचारधारा को आगे बढ़ा रही है। ये लोग असम के जंगलों और जमीनों पर उन बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाना चाहते हैं, जिससे उनका वोट बैंक मजबूत होता है।
उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को कांग्रेस ने ही बसाया और अब भी उनकी रक्षा कर रही है। इसलिए, कांग्रेस पार्टी वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण का विरोध कर रही है। हमें असम को इस तुष्टिकरण से बचाना है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि भाजपा असम की पहचान और सम्मान की रक्षा के लिए दृढ़ता से आपके साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि आज बीज से बाजार तक... भाजपा सरकार किसानों के साथ खड़ी है। खेतों के काम के लिए सीधे किसानों के खातों में पैसे भेजे जा रहे हैं, जिससे उन्हें उधार लेने की जरूरत न पड़े। अब तक पीएम किसान सम्मान निधि के तहत लगभग 4 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं। इस वर्ष किसानों की मदद के लिए 35 हजार करोड़ रुपए की दो नई योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें पीएम धन धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन शामिल हैं। इससे खेती को बढ़ावा मिलेगा। हम किसानों की हर जरूरत का ध्यान रखकर काम कर रहे हैं।