क्या बच्चों ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर कहा कि 'वे सच में बहुत अच्छे हैं'?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों के साथ एक विशेष दिन बिताया।
- बच्चों ने कहा कि वे सच में बहुत अच्छे हैं।
- नवा रायपुर में लगभग 2,500 बच्चे शामिल हुए।
- अस्पताल ने निःशुल्क बाल हृदय देखभाल प्रदान की।
- प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों और नर्सों की सराहना की।
रायपुर, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'दिल की बात' कार्यक्रम के तहत नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी बाल हृदय चिकित्सालय में बच्चों के साथ एक भावुक दिन बिताया। 'जीवन का उपहार' पहल के अंतर्गत लगभग 2,500 बच्चे जो जीवन रक्षक हृदय शल्य चिकित्सा करवा चुके हैं, उनसे मिलने के लिए इकट्ठा हुए।
जब प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से बातचीत की और उनकी पढ़ाई, सपनों और स्वास्थ्य के बारे में पूछा, तो वातावरण उत्साह, हंसी और मासूम जिज्ञासा से भर गया।
जब समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस ने कुछ बच्चों से बातचीत की तो उनकी खुशी साफ झलक रही थी।
वाराणसी के कृष्णा विश्वकर्मा ने गर्व से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर मुझे बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमसे सवाल किया कि सत्य साईं बाबा ने क्या किया। इस पर मैंने बताया कि वे हर रोज करीब पांच बच्चों को नया जीवन देते हैं।
एक अन्य बच्ची आयुषी सूर्यवंशी ने मुस्कुराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मेरा नाम पूछा और उसे दोहराया। उन्होंने यह भी पूछा कि मैं किस कक्षा में पढ़ती हूं। मैं उस पल को कभी नहीं भूलूंगी।
वहीं, नन्हीं यशिका ने उत्साह से कहा कि मैं आज प्रधानमंत्री मोदी से मिली। वे सच में बहुत अच्छे हैं।
काव्या मिश्रा की सर्जरी 2017 में हुई थी। उसने पीएम मोदी से मुलाकात का अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई। उन्होंने मुझे हिम्मत दी।
एक अभिभावक ने बताया कि बच्चे में हार्ट की समस्या थी। 2020 में लेजर ऑपरेशन हुआ। कुछ महीने के अंतराल के बाद चेकअप के लिए बुलाते रहे। इस दौरान आज के उत्सव के लिए बुलाया गया। 28 अक्टूबर से लगातार कार्यक्रम चल रहा था। यहां पर अच्छी व्यवस्था है। पीएम मोदी यहां आए और बच्चों से बात की। उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन किया, यह बहुत सराहनीय है।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने निःशुल्क बाल हृदय देखभाल प्रदान करने में अस्पताल के प्रयासों की प्रशंसा की और हजारों बच्चों को नया जीवन देने के लिए डॉक्टरों, नर्सों और स्वयंसेवकों की सराहना की। उनके करुणामय शब्द उपस्थित परिवारों के दिलों में गहराई से उतर गए।