क्या सैनेटरी पैड्स पर कांग्रेस ने राहुल गांधी की तस्वीर नहीं लगाई? प्रमोद तिवारी का खुलासा

सारांश
Key Takeaways
- सैनेटरी पैड्स पर राहुल गांधी की तस्वीर का आरोप झूठा है।
- भाजपा की घटिया सोच और राजनीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- नेहल मोदी की गिरफ्तारी पर संदेह जताया गया।
- ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव सीमित रहा।
प्रयागराज, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने रविवार को कहा कि सैनेटरी पैड्स पर राहुल गांधी की तस्वीर लगाकर झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रस्तुत किए गए फर्जी वीडियो विपक्षी दल की घटिया सोच को स्पष्ट करते हैं।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से रविवार को विशेष बातचीत में तिवारी ने कहा, "सरकार महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मामले में विफल रही है। इसलिए कांग्रेस ने अपने सीमित साधनों से सैनेटरी पैड्स वितरित किए। लेकिन भाजपा की घटिया मानसिकता ने इन पैड्स पर राहुल गांधी की झूठी तस्वीर लगाकर सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया। वास्तव में पैड पर कोई तस्वीर नहीं थी। तिवारी ने इसे एक शर्मनाक, घृणित और घटिया कृत्य बताया, जो भाजपा समर्थकों की मानसिकता को दर्शाता है।"
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट विवाद पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि यदि किसी के पास आधार कार्ड है और वह किसी क्षेत्र में रह रहा है, तो उसका नाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग आधार कार्ड को भी नकार रहा है और नागरिकों से उनकी कुंडली मांग रहा है। भाजपा ने संसद में कहा था कि आधार कार्ड भारतीयता का प्रमाण है, तो अब वही प्रमाण मान्य क्यों नहीं है?
नेहल मोदी की गिरफ्तारी पर भी प्रमोद तिवारी ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब सीबीआई और ईडी की जांचें चल रही थीं, तब ऐसे अपराधियों को विदेश भागने की अनुमति किसके इशारे पर मिली? पुराने वादों की याद दिलाते हुए तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम को छह महीने में भारत लाएंगे। अब पूछना चाहता हूं, दाऊद कहां है? मसूद अजहर, हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकियों का क्या हुआ? क्या भाजपा सरकार इनके खिलाफ कार्रवाई का कोई ब्योरा दे सकती है?
राज्यसभा सांसद ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान, विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को यह जानकारी दी कि हम आतंकी ठिकानों पर हमला करेंगे। नतीजा यह हुआ कि हमला केवल आतंकी ठिकानों पर हुआ, आतंकी सब वहां से भाग गए। हमारे वीर जवानों की मेहनत का पूरा असर नहीं पड़ा। सरकार को यह बताना चाहिए कि आतंकी कहां मारे गए, कितने मारे गए और उनके नाम क्या हैं? जो आतंकी मारे गए, उनकी सूची कहां है? उन्होंने आगे कहा कि यह सीधा राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता है और सरकार को इसकी जवाबदेही तय करनी चाहिए।