क्या अहमदाबाद में ‘प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव’ का मुख्य समारोह भव्यता के साथ संपन्न हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- प्रमुख स्वामी महाराज का जीवन मानव सेवा के प्रति समर्पित था।
- समारोह में 50,000 से अधिक भक्तों की उपस्थिति रही।
- महोत्सव ने विनम्रता और श्रद्धा के मूल्यों को प्रेरित किया।
- महोत्सव की तैयारी में 7,000 स्वयंसेवकों ने योगदान दिया।
- केंद्रीय गृह मंत्री ने समारोह को अद्भुत बताया।
अहमदाबाद, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। शहर के प्रसिद्ध साबरमती रिवरफ्रंट इवेंट सेंटर में रविवार को लंबे समय से प्रतीक्षित ‘प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव’ का भव्य समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर प्रमुख स्वामी महाराज की निष्काम एवं मानवकल्याणकारी सेवाओं को विभिन्न रचनात्मक प्रस्तुतियों के माध्यम से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
समारोह का आयोजन साबरमती नदी के किनारे हुआ, जहाँ 75 वर्ष पहले, 1950 में बीएपीएस के संस्थापक ब्रह्मस्वरूप शास्त्रीजी महाराज द्वारा अहमदाबाद की आंबलीवाली पोल में प्रमुख स्वामी महाराज को आजीवन अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने के ऐतिहासिक क्षण की स्मृति मनाई गई।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ ‘प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव’ के परिचयात्मक वीडियो से हुआ, जिसके बाद बीएपीएस के युवाओं द्वारा विषय-आधारित नृत्य प्रस्तुत किया गया। आकर्षक वीडियो के माध्यम से प्रमुख स्वामी महाराज की आजीवन मानवसेवा के प्रेरणादायी प्रसंगों को दर्शाया गया। इसके बाद बीएपीएस की वैश्विक मानवीय सेवाओं का विशेष वीडियो प्रदर्शित किया गया।
महंत स्वामी महाराज ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज का हर क्षण दूसरों की सेवा के लिए समर्पित था। एक बार आंबलीवाली पोल में उन्होंने खुद भूखे रहकर मुझे रोटी खिलाई। वे वास्तव में मानते थे कि दूसरों के सुख में ही हमारा सुख है। वे मूल्यों को केवल बातें नहीं करते थे, बल्कि अपने जीवन में उतारते थे। उनकी विनम्रता असाधारण थी। उन्होंने सभी की देखभाल की। सभी ने अनुभव किया कि ‘स्वामी मेरे हैं’, इसलिए वे कभी विस्मृत नहीं होंगे। यदि हम प्रगति करना चाहते हैं तो हमें अपने दोषों को सुधारना चाहिए और दूसरों के दोषों को क्षमा करना चाहिए। ऐसा करने पर प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव सार्थक होगा।
महंत स्वामी महाराज, अतिथियों और लगभग 50,000 भक्तों की उपस्थिति में सामूहिक आरती हुई। साबरमती के आकाश को आलोकित करती भव्य आतिशबाजी के बीच ‘प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव की जय’ के घोष के साथ इस ऐतिहासिक उत्सव का समापन हुआ। महोत्सव ने सभी को प्रमुख स्वामी महाराज के जीवन से विनम्रता, श्रद्धा और निष्काम सेवा जैसे शाश्वत मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
बताया गया कि पिछले तीन महीनों से इस महोत्सव की तैयारियां चल रही थीं, जिसमें लगभग 20 विभागों के 7,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने दिन-रात सेवा की।
अहमदाबाद से लगभग 50,000 लोग बस व्यवस्थाओं के माध्यम से स्थल पर पहुंचे, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू बनी रही।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव में उपस्थित होना मेरा सौभाग्य है। प्रमुख स्वामी महाराज ने भक्ति और सेवा, इन दोनों को अद्भुत रूप से एक सूत्र में बांध दिया। उन्होंने हमारे सनातन धर्म की संत-परंपरा को पुनर्जीवित किया। सनातन धर्म और समाज पर आए कठिन समय में प्रमुख स्वामी महाराज मार्गदर्शक बने। उनका कार्य हमारे देश के सभी संप्रदायों के लिए अनुकरणीय है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज ने अपने जीवन के नौ दशकों तक अत्यंत कर्मठता से कार्य करते हुए मानव सेवा के अनेक क्षेत्रों में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया है। प्रमुख वरणी अमृत महोत्सव वास्तव में जन-जन का उत्सव है।