क्या पंजाब में आरएसएस कार्यकर्ता नवीन की हत्या का मुख्य आरोपी बादल मुठभेड़ में मारा गया?
सारांश
Key Takeaways
- बादल उर्फ बंटी को मुठभेड़ में मार गिराया गया।
- पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की।
- नवीन अरोड़ा की हत्या 15 नवंबर को हुई थी।
- पुलिस ने पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
- मुठभेड़ जलालाबाद के श्मशान घाट के पास हुई।
चंडीगढ़, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब पुलिस ने आरएसएस कार्यकर्ता नवीन अरोड़ा के हत्याकांड के मुख्य आरोपी बादल उर्फ बंटी को बुधवार की रात जलालाबाद क्षेत्र के एक श्मशान घाट के पास हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
पुलिस ने हथियारों की बरामदगी और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी थी, और जब पुलिस ने श्मशान घाट के पास पहुँचकर घेराबंदी की, तब बादल और उसके दो साथियों ने पुलिस पर गोली चलानी शुरू कर दी।
इसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिससे बादल को गोली लगी और वह घटनास्थल पर ही ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में एक हेड कांस्टेबल भी घायल हो गया, जिसे सिविल अस्पताल फाजिल्का में भर्ती कराया गया है, और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
डीआईजी फिरोजपुर रेंज हरमनबीर सिंह गिल ने जानकारी दी कि 15 नवंबर 2025 को फिरोजपुर सिटी में आरएसएस नेता के बेटे नवीन अरोड़ा की बाजार में गोलीमारकर हत्या की गई थी।
हत्या के तुरंत बाद पुलिस ने तीन आरोपियों—काली, हर्ष और कनव—को गिरफ्तार कर लिया था। काली की गिरफ्तारी के समय भी मुठभेड़ हुई थी। बुधवार की रात पुलिस ने मुख्य शूटर बादल, जो फिरोजपुर का निवासी था, को काबू किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार जलालाबाद के माहमूजोईया श्मशान घाट में छिपाए गए थे, जहाँ यह मुठभेड़ हुई।
15 नवंबर को फिरोजपुर शहर के मोची बाजार इलाके में यूको बैंक के पास दो अनजान युवकों ने दिनदहाड़े आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता बलदेव कृष्ण अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी।
हत्या वाले दिन चार आरोपी सक्रिय थे। हत्या में कनव, हर्ष, बादल, जतन काली निवासी बस्ती भट्टियां वाली और एक शूटर शामिल थे। नवीन की हत्या की योजना कनव के जन्मदिन के दिन 13 नवंबर को उसके घर पर बनाई गई थी, जिसमें जतन काली ने अपने साथियों को एक लाख रुपए देने का वादा किया था। 15 नवंबर की रात बादल और शूटर ने मिलकर नवीन की हत्या की। इन दोनों को भागने में कनव और हर्ष ने मदद की।