क्या पूजित रुपाणी मेमोरियल ट्रस्ट के छात्र ने पूर्व सीएम को याद किया? 'उनका योगदान हमारे जीवन में अमूल्य है'

सारांश
Key Takeaways
- कश्यप दवे ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के योगदान को याद किया।
- विजय रुपाणी ने हमेशा छात्रों को परिवार की तरह माना।
- अहमदाबाद विमान हादसे में विजय रुपाणी की मौत एक बड़ी क्षति है।
- गुजरात में विजय रुपाणी का योगदान अमूल्य है।
- कश्यप दवे ने विजय रुपाणी को अपने जीवन का एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व माना।
गांधीनगर, १९ जून (राष्ट्र प्रेस)। पूजित रुपाणी मेमोरियल ट्रस्ट के पूर्व छात्र कश्यप दवे ने अपने जीवन में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के अमूल्य योगदान को याद किया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अगर आज मैं अपने पैरों पर खड़ा हूं और अपनी जिंदगी में कुछ कर पाया हूं, तो इसका पूरा श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को जाता है।"
कश्यप दवे एक चार्टर अकाउंटेंट हैं और अपने जीवन को अच्छे से जी रहे हैं। जब उन्हें यह पता चला कि अहमदाबाद विमान हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को अपनी जान गंवानी पड़ी, तो उनका दर्द छलक पड़ा। उन्होंने पूर्व सीएम के योगदान को याद किया।
कश्यप दवे ने कहा, "मैं एक सामान्य परिवार से आता हूं। २०१२ में मैंने इस ट्रस्ट में दाखिला लिया और मेरी प्रवेश परीक्षा में चयन खुद विजय रुपाणी जी ने किया था। ट्रस्ट ने मेरी पढ़ाई का पूरा खर्च उठाया, जिसके कारण मैं आज सीए बन पाया हूँ। यह सब विजय रुपाणी जी के योगदान का परिणाम है। उनका हमारे बीच नहीं रहना एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकेगी।"
उन्होंने कहा, "वे हमें कभी छात्र की तरह नहीं मानते थे, बल्कि हमेशा अपने परिवार की तरह देखा। उनका प्यार हमें बहुत याद आएगा।"
कश्यप दवे ने अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले विजय रुपाणी सहित अन्य मृतकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
उन्होंने कहा, "पूरा गुजरात पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के योगदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने हमेशा युवाओं के हित में सोचा और उनके विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।"
बता दें कि एयर इंडिया का विमान १२ जून को अहमदाबाद से लंदन जाने के दौरान हादसे का शिकार हो गया था। इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी सवार थे। इस हादसे में २४१ लोगों की जान चली गई, जिसकी पहचान अब डीएनए टेस्ट के माध्यम से की जा रही है। अब तक २१० मृतकों के डीएनए मैच हो चुके हैं, इस बात की जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने दी।