क्या पुतिन की यात्रा 'विकसित भारत' के लिए एक सकारात्मक संकेत है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और रूस के बीच गहरे संबंध हैं।
- पुतिन की यात्रा 'विकसित भारत' के लिए महत्वपूर्ण है।
- प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप पर विश्वास जताया गया।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा को 'विकसित भारत' के लिए एक सकारात्मक संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि रूस हर संकट के समय में भारत का सहयोगी रहा है।
दर्शन सिंह चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "भारत और रूस के संबंध हमेशा से महत्वपूर्ण और मजबूत रहे हैं। रूस ने हर कठिनाई में भारत का साथ दिया है। इस दृष्टि से, यह यात्रा 'विकसित भारत' के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
इस दौरान, उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी जवाब दिया। 'विदेशी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात नहीं कराने' के सवाल पर उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की लीडरशिप और वैश्विक प्रतिष्ठा हमेशा देश के हित में कार्यरत रही है और आगे भी रहेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को यह सोचना चाहिए कि वे भारत को विदेश में कैसे प्रस्तुत करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा राष्ट्रीय हित में निर्णय लिए हैं।
इंडिगो की उड़ानों के रद्द और विलंबित होने की खबरों पर दर्शन सिंह चौधरी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और वह आज इस पर चर्चा करेंगे। हमारी सरकार हमेशा जनता के हित में खड़ी रही है और आगे भी रहेगी।
वहीं, शशांक मणि त्रिपाठी ने भी पुतिन की भारत यात्रा पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि यह एक पुरानी दोस्ती का प्रतीक है, जो बांग्लादेश युद्ध के दौरान भी हमारे काम आई थी।
शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि भारत और रूस के बीच का संबंध समय के साथ और भी गहराया है। इस संबंध को आगे बढ़ाने के लिए पुतिन का यह दौरा महत्वपूर्ण है।