क्या राहुल गांधी अब भी राजनीतिक रूप से अयोग्य हैं? जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का बयान
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की राजनीतिक योग्यता पर सवाल खड़े हुए हैं।
- जदयू ने कांग्रेस पर राजनीतिक बेईमानी का आरोप लगाया है।
- राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाए गए हैं।
- कांग्रेस का इतिहास लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन करने से भरा है।
पटना, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा भारतीय लोकतंत्र पर उठाए गए सवालों का सख्त जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत की संपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाना एकदम बेईमानी है। इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस ने एक राजनीतिक रूप से अयोग्य व्यक्ति को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है।
नीरज कुमार ने मंगलवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी की कांग्रेस का नेतृत्व उनके विशेष परिवार में जन्म लेने के कारण है, न कि उनकी राजनीतिक योग्यता के चलते। जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया, लेकिन वे संसद के शीतकालीन सत्र से बिना किसी उचित कारण के देश से बाहर चले गए। उन्होंने देश के आंतरिक मामलों पर विदेश में चर्चा की।
राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों पर जदयू प्रवक्ता ने पूछा, "क्या बिहार में कांग्रेस के नेता विधानसभा चुनाव 'वोट चोरी' करके जीते? तेजस्वी यादव के नेतृत्व में 25 सीटें राजद को मिलीं, क्या ये 'वोट चोरी' से हुआ है?" उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने ही बनाए कठघरे में खड़े हो रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, "जब देश में गैर-कांग्रेस सरकार बनी, तो उसे बर्खास्त करने का कलंक कांग्रेस के माथे पर लगा था। कांग्रेस के शासनकाल में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 'पिजरे का तोता' बताया था। एजेंसियों के दुरुपयोग का यह आरोप भी आपके मत्थे पड़ा। धारा 356 का दुरुपयोग कांग्रेस ने किया। जिसका इतिहास लोकतांत्रिक मर्यादाओं को भंग करने का रहा है, वह पार्टी माफी के बावजूद जनता के दिलों में जगह नहीं बना पाती है।"
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बयान पर नीरज कुमार ने कहा, "शशि थरूर ने एक इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लिया और पटना आने के बाद अपने विचार साझा किए। उन्होंने बिहार में सड़क और बिजली से लेकर नालंदा तक हुए बदलावों के बारे में बात की। नालंदा यूनिवर्सिटी में 22 देशों के छात्र पढ़ रहे हैं, इसलिए वे वहां का डेवलपमेंट साफ देख सकते हैं।"
उन्होंने एलओपी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को राजगीर में भी विकास नजर नहीं आया था। वो इसलिए कि उन्हें लालू प्रसाद यादव की गाय-भैंस गिनने में ज्यादा रुचि थी।