क्या राहुल गांधी को सोच समझकर बयान देना चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी को अपने बयानों में सावधानी बरतनी चाहिए।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है।
- कांग्रेस के नेता को देशहित को प्राथमिकता देनी चाहिए।
- मालेगांव विस्फोट मामले में अदालत का फैसला स्पष्ट है।
- बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
लखनऊ, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 'मृत' करार दिया था, जिसका कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने समर्थन किया। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नरेंद्र कश्यप ने राहुल गांधी को चेतावनी दी है कि उन्हें अपने बयान सोच समझकर देने चाहिए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर राहुल गांधी गंभीर मुद्दों पर बिना विचार किए बोल जाते हैं।
नरेंद्र कश्यप ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि आज के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था हर क्षेत्र में प्रगति कर रही है। भारत ने हर क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यह अत्यंत दुखद है कि राहुल गांधी डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को 'मृत' बताया। इस बात को नकारा नहीं किया जा सकता कि मोदी सरकार के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। फिर भी, राहुल गांधी का ट्रंप के बयान का समर्थन करना सही नहीं है। उनका यह बयान देश के हित में नहीं है।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने राहुल गांधी को सलाह दी कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारतीय अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर इस तरह का बयान देते हैं, तो राहुल गांधी को देश के साथ खड़ा होना चाहिए। लेकिन, यह दुःखद है कि वे ट्रंप के सुर में सुर मिला रहे हैं, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने आशंका व्यक्त की कि कांग्रेस की पूर्व सरकार ने मालेगांव विस्फोट मामले में संलिप्त आरोपियों को बचाने के लिए निर्दोष साध्वी और हिंदू नेताओं को फंसाने की कोशिश की। हालांकि, न्यायालय ने अब तक सब कुछ स्पष्ट कर दिया है। आज मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि हिंदू आतंकवादी नहीं हो सकता, और कोर्ट का फैसला भी इसे प्रमाणित करता है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी द्वारा 'पीडीए' पाठशाला के संचालन की उन्होंने निंदा की और कहा कि यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। यह मासूम बच्चों के हितों पर कुठाराघात है। हमारी पार्टी इसकी निंदा करती है। हम समाजवादी पार्टी को चेतावनी देते हैं कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें। आपने हमेशा से अपने शासन में दंगे करवाए, प्रदेश को बर्बाद किया, कम से कम अब बच्चों के भविष्य को तो बख्श दें।