क्या राहुल गांधी भाजपा के स्थान पर भारत का विरोध कर रहे हैं? : ऋतुराज सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- ऋतुराज सिन्हा ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की।
- उन्होंने कहा कि राहुल का विरोध भारत का होता है, भाजपा का नहीं।
- ‘घर-घर तिरंगा’ अभियान का महत्व बढ़ता जा रहा है।
- असम में अवैध अप्रवासियों का प्रवेश स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
गुवाहाटी, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे यह नहीं समझ पाते कि वे भाजपा का विरोध कर रहे हैं या भारत का।
ऋतुराज सिन्हा ने राहुल गांधी के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को "डेड इकॉनमी" करार दिया था। उन्होंने इसे बेशर्मी बताया और कहा कि ऐसे बयान देश की प्रगति और छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। राहुल गांधी को अपनी टिप्पणियों में जिम्मेदारी बरतनी चाहिए।
ऋतुराज ने कहा, "राहुल गांधी के पास तीन टारगेट हैं। पहला झूठ बोलना, दूसरा झूठे आरोप लगाना और तीसरा जनता में भय का माहौल पैदा करना। राहुल की ये रणनीतियां जनता को गुमराह करने और राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश हैं।"
इसके अलावा, ऋतुराज सिन्हा ने असम प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित ‘घर-घर तिरंगा’ कार्यशाला में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाजपा देश के हर कोने में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाएं ताकि राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा मिले।
ऋतुराज ने कहा, "यह अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि देश के प्रति हमारी निष्ठा और एकता का प्रतीक है।"
उन्होंने कहा, "भारत भारतीयों का देश है। असम में किसी भी अतिक्रमणकारी या अवैध अप्रवासी का प्रवेश स्वीकार्य नहीं है। उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए।"
ऋतुराज ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का समर्थन करते हुए कहा कि असम की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को संरक्षित करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है।