क्या राहुल गांधी भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं? असम के मुख्यमंत्री सरमा

Click to start listening
क्या राहुल गांधी भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं? असम के मुख्यमंत्री सरमा

सारांश

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को भाजपा का सबसे बड़ा स्टार प्रचारक बताया। बिहार में कांग्रेस की हार के संदर्भ में सरमा का बयान महत्वपूर्ण है। जानिए इस सियासी बयान के पीछे की कहानी और राहुल गांधी की भूमिका के बारे में।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी की चुनावी रणनीति भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुई है।
  • बिहार में एनडीए की जीत ने विपक्षी महागठबंधन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
  • मतदाता मतदान में वृद्धि दर्शाती है कि लोग चुनावों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

गुवाहाटी, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को बिहार में कांग्रेस की हार और एनडीए के शानदार प्रदर्शन के लिए राहुल गांधी का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम सरमा ने कहा, "मैंने बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार इस तथ्य का उल्लेख किया था कि राहुल गांधी जहाँ भी प्रचार करते हैं, भाजपा उन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए तैयार है। यह सच है और अगर राहुल गांधी असम में प्रचार करने का निर्णय लेते हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे क्योंकि वह आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करेंगे।"

मुख्यमंत्री ने अगले चुनाव में भाजपा के खिलाफ कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों की हाल की बैठक पर भी निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक दरअसल एक विपक्षी नेता की शादी पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। हमें विपक्षी दलों की चिंता नहीं करनी चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर अखिल गोगोई कहीं मौजूद हों, तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की मजबूत पकड़ को पुख्ता करने वाले शानदार चुनावी नतीजे में सत्तारूढ़ गठबंधन ने 122 के बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए भारी जीत हासिल की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के नेतृत्व में एनडीए की सीटों की संख्या भारतीय जनता पार्टी द्वारा बढ़ाई गई।

इस बार के चुनाव में मतदाता मतदान बढ़कर 67.14 प्रतिशत हो गया, जो 2020 से लगभग 10 प्रतिशत अधिक है। इसके विपरीत, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामपंथी दलों वाला विपक्षी महागठबंधन ध्वस्त हो गया।

महागठबंधन में राजद को 40 से भी कम सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन को करारी हार का सामना करना पड़ा।

Point of View

वहीं विपक्षी दल भी अपनी रणनीतियों पर ध्यान दे रहे हैं। यह सब एक स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है।
NationPress
14/11/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी का भाजपा के प्रचार में क्या योगदान है?
राहुल गांधी के प्रचार के कारण कई सीटों पर भाजपा को जीत मिली है, जैसा कि असम के मुख्यमंत्री ने कहा।
बिहार में एनडीए की जीत का क्या कारण है?
बिहार में एनडीए ने 122 सीटों पर जीत हासिल की, जो उनके प्रभावशाली प्रचार का परिणाम है।
Nation Press