क्या विपक्ष का नेता सच में नहीं मिलेगा? राहुल गांधी का दावा जदयू विधायक ने किया खारिज
सारांश
Key Takeaways
- रुहैल रंजन ने राहुल गांधी के दावे को खारिज किया।
- बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव की स्थिति कमजोर हो रही है।
- केंद्र सरकार के साथ रूस के संबंधों पर चर्चा।
- विपक्ष के नेताओं का विदेशी मुलाकात में कोई स्थान नहीं है।
- राजनीति में संवाद और सहयोग की आवश्यकता।
पटना, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक रुहैल रंजन ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के दौरान केंद्र सरकार विपक्ष के किसी नेता को अन्य देश के राष्ट्राध्यक्ष से मिलने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई परंपरा हमारे देश में नहीं रही है।
जदयू विधायक ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में राहुल गांधी के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति बिल्कुल नहीं है। रूस के राष्ट्रपति यहां आए हैं और इस समय केंद्र सरकार उनसे बातचीत करेगी। यदि रूस से विपक्ष का कोई नेता आता, तब हम निश्चित रूप से उन्हें मिलने की अनुमति देते। लेकिन, वर्तमान में रूस की ओर से विपक्ष का कोई नेता हमारे देश में नहीं आया है, इसलिए विपक्ष के नेता की मुलाकात का कोई सवाल ही नहीं है।
इसके साथ ही, उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता ने उन्हें पूरी तरह खारिज कर दिया है। वे जनता के मुद्दों को नहीं उठाते और जनहित से उनका कोई सरोकार नहीं है। ऐसे में, वे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि उन्हें सत्ता में स्थान मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि राघोपुर की जनता उनके रवैये को देख रही होगी। प्रदेश की जनता को ये लोग बेवकूफ नहीं बना सकते। तेजस्वी यादव आज जनता का विश्वास खो चुके हैं, इसलिए उनकी संख्या 25 सीटों पर सीमित रह गई है। यदि उन्होंने अपनी स्थिति में सुधार नहीं किया, तो उनकी संख्या और भी कम हो सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा तेजस्वी यादव से अनुरोध है कि वे छुट्टी मनाने के बजाय विधानसभा में आकर जनता के मुद्दे उठाएं, क्योंकि नेता प्रतिपक्ष का विधानसभा में गैर-मौजूद रहना उचित नहीं है। राघोपुर की जनता ने उन्हें मुद्दे उठाने के लिए भेजा था, लेकिन वे मौजूदा समय में ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं।