क्या राहुल गांधी ने पूरे देश को दिखा दिया कि चुनाव आयोग कैसा काम कर रहा है: राशिद अल्वी?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का युवाओं से लोकतंत्र की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान।
- राशिद अल्वी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
- चुनावों में भड़काने का मुद्दा महत्वपूर्ण नहीं है।
- कांग्रेस की जिम्मेदारी है बिहार के वादों को पूरा करना।
- आरजेडी का आंतरिक मामला है, जिस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती।
नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर लगाए गए जेन-जी को भड़काने के आरोपों को पूरी तरह से अस्वीकार किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनावों में भड़काना और उकसाना जैसे शब्दों का कोई अर्थ नहीं होता।
राहुल गांधी की लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेन-जी से आगे आने की अपील पर राशिद अल्वी ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। अगर लोकतंत्र खत्म हो गया, तो युवाओं का भविष्य क्या होगा? असली मुद्दा भड़काने का नहीं, बल्कि युवाओं को देश की वास्तविकता से जागरूक करना है, और राहुल गांधी यही कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि देश के युवा को समझना चाहिए कि चुनाव आयोग किस प्रकार कार्य कर रहा है। इसे उकसाना नहीं कहा जा सकता। चुनाव में लोगों को अपने सिद्धांतों, देश की परिस्थितियों, और अन्य पार्टियों की कमियों के बारे में बताना आवश्यक है।
राशिद अल्वी से जब पूछा गया कि आरजेडी वोट चोरी का मामला क्यों नहीं उठा रही है, तो उन्होंने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है। आरजेडी हमारे चुनावी सहयोगी हैं, और यह उन पर निर्भर करता है कि वे किन मुद्दों को उठाना चाहते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने बुधवार को देश को प्रमाण के साथ दिखा दिया कि वर्तमान चुनाव आयोग किस प्रकार भाजपा की मदद कर रहा है। ब्राजील की लड़की ने भारत में कई बार वोट डाला है, और यूपी के मतदाता हरियाणा में वोट डाल रहे हैं। उनके पास आज ताकत है, लेकिन यह हमेशा नहीं रहेगी।
इससे पहले राशिद अल्वी ने कहा कि बिहार की जनता से किए गए वादों को पूरा करना कांग्रेस की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री आरजेडी
शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को टिकट दिए जाने पर राशिद अल्वी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपराधी है तो क्या उसके बेटे को इसकी सजा मिलनी चाहिए? क्या शहाबुद्दीन का बेटा अपराधी है?