क्या राहुल गांधी ने दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर सवाल उठाया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है।
- राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की है।
- बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रदूषण का गंभीर प्रभाव है।
- महिलाएं इस मुद्दे पर चिंतित हैं और कार्रवाई की मांग कर रही हैं।
- सरकार को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। इसी संदर्भ में, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रदूषण के मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई। उन्होंने केंद्र सरकार से कई सवाल किए हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा कि बच्चों का दर्द मांओं के दिल में एक गहरी चोट की तरह समाता है। दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहीं ऐसी ही कुछ साहसी मांओं से मिलने का अवसर मिला—वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं, और यह चिंता सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के बच्चों के लिए है।
उन्होंने बताया कि जहरीली हवा का प्रभाव छोटे बच्चों के फेफड़ों, दिल और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, और इतने बड़े राष्ट्रीय संकट के बावजूद भी केंद्र सरकार निष्क्रिय है। समय तेजी से हमारे हाथों से फिसल रहा है। भारत को इस समस्या पर तुरंत गंभीर चर्चा और ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि हमारे बच्चे साफ हवा में सांस ले सकें और एक स्वस्थ, सुरक्षित और समृद्ध भविष्य का सामना कर सकें।
राहुल गांधी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि हर मां जो मुझसे मिलती है, यही बताती है कि उसका बच्चा जहरीली हवा में सांस ले रहा है। वे सभी डर और गुस्से में हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि हमारे सामने भारत के बच्चों का दम घुट रहा है। आप चुप कैसे रह सकते हैं? आपकी सरकार जल्दी कोई योजना क्यों नहीं बनाती?
उन्होंने प्रस्तावित किया कि भारत को एयर पॉल्यूशन के मुद्दे पर तत्काल संसद में बहस करने की और इस हेल्थ इमरजेंसी से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्य योजना की आवश्यकता है। हमारे बच्चों को साफ हवा मिलनी चाहिए, और बहानों के बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए।
इसके साथ ही, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें वे उन महिलाओं से बात कर रहे हैं, जो दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त कर रही हैं। वीडियो में महिलाएं अपने बच्चों पर प्रदूषित हवा के प्रभाव के बारे में चर्चा कर रही हैं, और बता रही हैं कि उनका स्वास्थ्य लगातार deteriorating हो रहा है।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि इस समस्या को अभी नजरअंदाज किया गया, तो इससे देश को लंबे समय तक स्वास्थ्य और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। महिलाओं ने यह भी पूछा कि सरकार सही हेल्थ एडवाइजरी क्यों नहीं जारी कर रही है या तुरंत बचाव के उपाय क्यों नहीं कर रही है।
राहुल गांधी ने इस पर कहा कि प्रदूषण इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि कुछ पक्षकार मौजूदा व्यवस्था से लाभान्वित हो रहे हैं और सुधारात्मक कदम उठाने से कतराते हैं।