क्या राहुल गांधी ने नारायण गुरु को श्रद्धांजलि दी?

सारांश
Key Takeaways
- नारायण गुरु का योगदान समाज सुधार में महत्वपूर्ण है।
- समानता और न्याय के लिए उनका संघर्ष आज भी प्रासंगिक है।
- उन्होंने भेदभाव को चुनौती दी और एक समावेशी समाज के लिए कार्य किया।
- उनकी शिक्षाएं हमें प्रेरित करती हैं।
- उनके विचार हमारे सामाजिक न्याय के संकल्प को मजबूत करते हैं।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर केरल के प्रतिष्ठित संत और समाज सुधारक नारायण गुरु को उनके जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि वह एक महान आध्यात्मिक नेता और साहसी समाज सुधारक थे जिन्होंने भेदभाव को चुनौती दी और एक न्यायपूर्ण, समान और समावेशी समाज के लिए कार्य किया।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आगे लिखा कि उनकी दूरदर्शिता हमें मार्गदर्शन करती है और सामाजिक न्याय के प्रति हमारे संकल्प को और मजबूत बनाती है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि मैं केरल के एक पूजनीय संत और समाज सुधारक नारायण गुरु को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनके शिक्षाएं समानता, न्याय और करुणा पर हमें एक प्रगतिशील समाज की दिशा में प्रेरित करती हैं।
कर्नाटक विधान परिषद सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद ने 'एक्स' पर लिखा, "एक ईश्वर, एक धर्म, एक जाति के आदर्शों के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले महान समाज सुधारक नारायण गुरु की जयंती पर, हम उनके प्रेरक आह्वान को याद करते हैं जिससे हमें शिक्षित होने, गुलामी से मुक्त होने और सभी प्रकार के अंधविश्वासों व सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध संगठित होने की प्रेरणा मिलती है। उनका शाश्वत संदेश मानवता को समानता, न्याय और आध्यात्मिक ज्ञान की ओर अग्रसर करता है।"
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव और जम्मू-कश्मीर के सांसद डॉ. सैयद नसीर हुसैन ने लिखा कि नारायण गुरु की जयंती पर, हम सामाजिक सुधार और समानता के एक दूरदर्शी के रूप में उनकी शाश्वत विरासत को स्मरण करते हैं। अस्पृश्यता के खिलाफ उनका संघर्ष और शिक्षा पर जोर आज भी हमें मार्गदर्शन करता है। आइए, एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज के निर्माण के लिए उनके दृष्टिकोण और संदेश का सम्मान करें।