क्या राजस्थान में पेट्रोल पंपकर्मी को थप्पड़ मारने का मामला गंभीर है? आरएएस छोटूलाल शर्मा निलंबित
सारांश
Key Takeaways
- सरकारी अधिकारियों को अनुशासन बनाए रखना चाहिए।
- जनता के प्रति शालीनता का पालन आवश्यक है।
- सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली घटनाएं गंभीर परिणाम ला सकती हैं।
- प्रशासनिक सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है।
- जांच प्रक्रिया से ही सच्चाई का पता चलेगा।
भीलवाड़ा, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के अजमेर-भीलवाड़ा हाईवे पर टोल के समीप स्थित एक पेट्रोल पंप पर सीएनजी भरवाने को लेकर उत्पन्न हुए विवाद में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अधिकारी छोटूलाल शर्मा को निलंबित किया गया है।
राज्य सरकार ने गुरुवार की रात इस संदर्भ में आदेश जारी किया। निलंबन अवधि के दौरान शर्मा का मुख्यालय जयपुर सचिवालय के कार्मिक विभाग में रहेगा, और उन्हें वहीं उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
छोटूलाल शर्मा प्रतापगढ़ जिले में लोक सेवाएं, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत थे। आरोप है कि भीलवाड़ा जिले के रायला थाना क्षेत्र के जसवंतपुरा स्थित पेट्रोल पंप पर शर्मा और पंप कर्मचारियों के बीच सीएनजी भरवाने को लेकर झगड़ा हो गया था।
जानकारी के अनुसार, शर्मा अपनी कार में परिवार के साथ थे, और उनके पीछे खड़ी दूसरी कार के चालक ने पहले सीएनजी भरवाने का अनुरोध किया, जिस पर पंप कर्मचारी ने उस वाहन को प्राथमिकता दी।
इसी को लेकर छोटूलाल शर्मा और पंप कर्मचारी के बीच कहासुनी हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि शर्मा ने कथित तौर पर पंप कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने भी प्रतिकार किया और मौके पर हंगामा हो गया।
यह पूरा घटनाक्रम पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और कार्रवाई की। कार्मिक विभाग ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया है।
इसके साथ ही, रायला थाना पुलिस ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सरकारी सेवा में अनुशासन बनाए रखने और जनता के प्रति शालीन व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।