क्या राजीव गांधी के समय से कांग्रेस के लिए विदेश दौरा सनसनी पैदा करने का माध्यम बन गया?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के विदेश दौरे पर भाजपा का आक्रामक रुख।
- दिनेश शर्मा ने उठाए गंभीर सवाल।
- आरएसएस का महत्व और मानवता के लिए योगदान।
लखनऊ, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे और वहां से भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर चिंता जताने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने आक्रमण किया है। इसी संदर्भ में भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने रविवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला किया।
दिनेश शर्मा ने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा, "राजीव गांधी के समय से कांग्रेस के लिए विदेश यात्रा एक संवेदनशील मुद्दा बन गई है। राहुल गांधी अपनी हर विदेश यात्रा में सैम पित्रोदा और जॉर्ज सोरोस से विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं। वे अनेकों बार भारत की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाते हैं या फिर घोटालों की चर्चा शुरू कर देते हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि राहुल गांधी की विदेश यात्रा उनकी व्यक्तिगत यात्रा हो सकती है, लेकिन यदि इस दौरान वे गैर-तथ्यात्मक बयान देते हैं, तो यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जब एक भारतीय राजनेता के बयान को पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन देशों द्वारा उठाया जाता है, तो यह उचित नहीं है।"
कोडीन कफ सिरप विवाद पर दिनेश शर्मा ने कहा, "जांच के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी। इसके बाद पता चलेगा कि असली समस्या किसे होती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में अपराधी बच नहीं सकते।"
शर्मा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के उस दावे का समर्थन किया कि विश्व में ऐसा दूसरा संगठन नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं आरएसएस का कार्यकर्ता होने के नाते कह सकता हूं कि इसके जैसा कोई दूसरा सामाजिक संगठन नहीं है। संघ के स्वयंसेवक केवल मानवता के कल्याण के लिए कार्य करते हैं।"
उन्होंने मनरेगा का नाम बदलकर विकसित भारत जी-राम जी विधेयक करने पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "कांग्रेस को बताना चाहिए कि उन्होंने पहले योजना का नाम क्यों बदला? महात्मा गांधी केवल नाम नहीं, बल्कि एक विचार हैं, जिसे भाजपा ने आत्मसात किया है।"