क्या पीएम मोदी के ध्वजारोहण से राम मंदिर का सपना पूरा हुआ? - महंत राजू दास
सारांश
Key Takeaways
- राम मंदिर में ध्वजारोहण का ऐतिहासिक महत्व है।
- महंत राजू दास ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
- 500 वर्षों का संघर्ष और त्याग इस पल में समाहित है।
- धर्म ध्वज फहराने से समुदाय में खुशी की लहर है।
- यह घटना हिंदुत्व के लिए एक नई शुरुआत है।
अयोध्या, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा का औपचारिक ध्वजारोहण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह एक बहुत ही प्रसन्नता की बात है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक महत्वपूर्ण कार्य किया है, जिसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूँ।"
राम जन्मभूमि मंदिर में ध्वज फहराने के इस कार्यक्रम पर महंत राजू दास ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि 500 सालों के त्याग, तपस्या और संघर्ष के बाद हमें आज यह दिन देखने को मिला है। इसके लिए मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूँ।
महंत राजू दास ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि जब उन्होंने "जय श्रीराम" का नारा लगाया था, तब उन्हें घंटाघर से गिरफ्तार किया गया था और 40 दिन जेल में बिताने पड़े। उन्होंने प्रश्न उठाया, "यदि कोई हनुमान गढ़ी में 'जय श्रीराम' नहीं बोलेगा, तो क्या वहां 'अल्लाहु अकबर' चिल्लाएगा?"
उन्होंने कहा, "सिर्फ 'जय श्रीराम' कहने पर यह हाल हो गया। आज हर कोई खुश है क्योंकि जिस स्थान पर 500 वर्षों में पांच लाख लोगों ने कुर्बानियाँ दी हैं, वहीं अब पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में धर्म ध्वज फहराया जा रहा है। यह साधारण घटना नहीं है।"
राजू दास ने कहा कि यह एक बहुत ही खुशी की बात है कि पीएम मोदी ने यह बड़ा कार्य किया। पहले 'जय श्रीराम' बोलने पर मुकदमे दर्ज किए जाते थे।
महंत राजू दास ने कहा, "आज मेरे चेहरे पर मुस्कान है, लेकिन क्या आप जानते हैं, मैं पहले कितना रोया हूं? 38 केस हुए हैं, मैंने किसी पर उंगली नहीं उठाई, फिर भी ये केस हैं। ये किसके केस थे? ये राम मंदिर के बारे में थे, हिंदुत्व की बात कर रहे थे, सनातन धर्म को बचाने के लिए। आज मेरे चेहरे पर मुस्कान क्यों नहीं होगी? मैं कल रोया था और आज हंसूंगा, और इतना हंसूंगा कि विरोधी हैरान रह जाएंगे। यह संघ, विचार और परिवार के लोगों के त्याग का परिणाम है।