क्या रामभद्राचार्य को धर्म गुरुओं को जोड़ने की बात नहीं करनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- धर्म गुरुओं को जोड़ने वाली बातें करनी चाहिए।
- उत्तर प्रदेश में सभी धर्म एकजुट होकर रहते हैं।
- विकास और रोजगार की बातें करनी चाहिए।
- पाकिस्तान की बात करना बेमानी है।
- सभी धर्मों का एक साथ होना देश की खूबसूरती है।
सहारनपुर, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को लेकर स्वामी रामभद्राचार्य के 'मिनी पाकिस्तान' वाले हालिया बयान ने सियासी हंगामा खड़ा कर दिया है। समाजवादी पार्टी के विधायक उमर अली ने उनके इस बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि रामभद्राचार्य को देश को जोड़ने वाली बातें करनी चाहिए, न कि विभाजनकारी बयानों में उलझना चाहिए।
सपा विधायक उमर अली ने सोमवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी धर्म के लोग एक साथ मिलजुलकर रहते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और दलित सभी भाईचारे के साथ रहते हैं। स्वामी जी को ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए, जो लोगों के दिलों में दरार पैदा करें या गलतफहमियां बढ़ाएं। धर्मगुरुओं को जोड़ने की बात करनी चाहिए, न कि तोड़ने की। सभी धर्म एकजुट होंगे, तभी देश और प्रदेश मजबूत होगा। पाकिस्तान की बात करना बेमानी है, क्योंकि वह जा चुका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हम सभी होली, दीवाली, रक्षाबंधन जैसे त्योहारों को मिलजुलकर मनाते हैं। यह प्रदेश प्यार और मोहब्बत का प्रतीक है।
सपा विधायक ने आगे कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य को यह सोचना चाहिए कि देश और सर्व धर्म कैसे मजबूत हों। उत्तर प्रदेश एक गुलदस्ता है, जिसमें सभी धर्मों के फूल एक साथ होने पर ही इसकी खूबसूरती निखरती है। गुलदस्ते में जैसे पांच तरह के फूल होते हैं, वैसे ही हमारा देश सर्व धर्मों से मिलकर बना है। हमें विकास, कारोबार और रोजगार की बात करनी चाहिए। देश की जीडीपी को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, तभी देश मजबूत होगा और हम आगे बढ़ेंगे।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर सवाल किए जाने पर विधायक उमर अली ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि भारत ने पाकिस्तान को हराया। यह हिंदुस्तान की जीत है। ऊपरवाला करे कि हम हमेशा जीतें, चाहे खेल हो या जीडीपी। हर क्षेत्र में हम तरक्की करें, यही हमारी दुआ है।