क्या केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने ठाकरे ब्रांड को ध्वस्त बताया?

सारांश
Key Takeaways
- ठाकरे बंधुओं का ब्रांड अब प्रभावी नहीं है।
- महायुति की जीत की संभावना।
- राज ठाकरे का महायुति में शामिल होना जोखिम भरा है।
- चुनाव आयोग में सबूत पेश करने की आवश्यकता।
- गड्ढा-मुक्त सड़कों की जरूरत है।
मुंबई, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने ठाकरे ब्रांड (उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की मनसे के गठबंधन) को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में ठाकरे बंधुओं का ब्रांड अब ध्वस्त हो चुका है और दोनों के एकजुट होने का कोई सकारात्मक प्रभाव बीएमसी चुनाव में नहीं दिखाई देगा।
आठवले का यह बयान बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट चुनाव में ठाकरे बंधुओं की हार के बाद आया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने बाला साहेब ठाकरे का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी सभाओं में भीड़ तो जुटती थी, लेकिन वोट नहीं मिलते। राज ठाकरे के साथ भी कुछ ऐसा ही हाल है।
उन्होंने दावा किया कि ठाकरे ब्रांड अब बीएमसी चुनाव में प्रभावी नहीं रहेगा और महायुति गठबंधन की जीत निश्चित है।
राज ठाकरे की भाजपा नेताओं से मुलाकात पर आठवले ने चिंता व्यक्त की। उनका मानना है कि राज ठाकरे का महायुति में शामिल होना नुकसानदायक हो सकता है, जिससे मराठी और गैर-मराठी वोटों का बंटवारा हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे के समर्थन से महायुति को नुकसान हुआ, जबकि विधानसभा चुनाव में उनकी अनुपस्थिति से लाभ हुआ।
आठवले ने कहा कि मुंबई में ठाकरे बंधुओं का ब्रांड अब प्रासंगिक नहीं रह गया है।
चुनाव आयोग पर एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के आरोपों पर उन्होंने कहा कि शरद पवार एक अनुभवी नेता हैं, जो मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। यदि उनके पास वोट चोरी के सबूत हैं, तो उन्हें चुनाव आयोग के सामने पेश करना चाहिए। सिर्फ बयानबाजी से कुछ नहीं होगा। राहुल गांधी को भी चुनाव आयोग से बात करने की आवश्यकता है। मत चोरी होना उचित नहीं है; यह नहीं होना चाहिए। सभी नागरिकों को वोटिंग का अधिकार है। किसी से यह अधिकार छीनने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन, किसी भी कीमत पर फर्जी मतदान नहीं होना चाहिए।
तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर पर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। संविधान का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे भाषणों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर उन्होंने कहा कि इसे पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ना उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई, और इसका जवाब ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारी वीर सेना ने दिया। हमारी सेना ने पाकिस्तान को सबक सिखाया।
आठवले ने कहा कि खेल में राजनीति नहीं होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने विश्वास जताया कि भारतीय क्रिकेट टीम मैच में पाकिस्तान को हराकर करारा जवाब देगी।
मुंबई में गड्ढा-मुक्त सड़कों की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान सड़कों पर गड्ढे हो जाते हैं, लेकिन इसे दुरुस्त करना चाहिए। उन्होंने एक घटना का उल्लेख किया जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने के लिए तेजी से काम होना चाहिए।