क्या पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी?
सारांश
Key Takeaways
- रामनाथ कोविंद ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
- उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने समारोह में भाग लिया।
- कार्यक्रम में वाजपेयी के मूल्यों को दर्शाने वाली नाट्य प्रस्तुति शामिल थी।
मुंबई, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को मुंबई के लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन दिवसीय मुंबई दौरे पर हैं।
वहीं, देश के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली के सिरी फोर्ट सभागार में आयोजित सुशासन दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में वाजपेयी के पारदर्शी, जवाबदेह और समावेशी शासन के दृष्टिकोण तथा लोकतंत्र, सत्यनिष्ठा और लोक सेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
इस कार्यक्रम में वाजपेयी के मूल्यों को दर्शाते हुए सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र पर आधारित एक नाट्य प्रस्तुति भी की गई। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल और अन्य शामिल थे।
इसके पहले उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में महामाना पंडित मदन मोहन मालवीय की रचनाओं के संग्रह 'महामाना वांग्मय' के अंतिम १२ खंडों का विमोचन किया। सभा में उन्होंने मालवीय की शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव की दृष्टि पर प्रकाश डाला और इस संग्रह को भारत के स्वतंत्रता संग्राम का बौद्धिक डीएनए और राष्ट्र के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का खाका बताया।
इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जन्म जयंती पर याद करते हुए कहा कि वाजपेयी राजनीति के अजातशत्रु थे, जिन्होंने भारत का दुनिया के सामने मान बढ़ाया।
ग्वालियर में अभ्युदय मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने अटल बिहारी वाजपेयी की १०१वीं जयंती पर स्मरण किया। उन्होंने ग्वालियर अंचल के देश के लिए दिए गए योगदान को याद किया और वाजपेयी से जुड़े प्रसंगों का जिक्र किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ग्वालियर क्षेत्र ने अनेक सदियों तक भारत को कई मायने में ऊर्जा और गति देने का कार्य किया है। जब मुगलों के सामने लड़ना था तब यहीं से लड़ाई की शुरुआत हुई। तानसेन से लेकर आज तक सांस्कृतिक विरासत को शक्ति देने का काम किया। इस क्षेत्र के किसानों ने हमेशा इस देश की कृषि को नई दिशा, गति, और ऊर्जा भी दी है। सबसे बड़ी बात, इसी क्षेत्र ने आजादी के कालखंड के बाद बड़ी मात्रा में पैरामिलिट्री फोर्स और मिलिट्री में जवान देने का कार्य किया है।