क्या रामविलास वेदांती के निधन ने एक युग का अवसान कर दिया?

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क्या रामविलास वेदांती के निधन ने एक युग का अवसान कर दिया?

सारांश

नई दिल्ली, १५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार रामविलास वेदांती के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनका जाना आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। यह घटना एक युग के अंत का प्रतीक है।

Key Takeaways

  • रामविलास वेदांती का जीवन समाज सेवा के प्रति समर्पित था।
  • उनका निधन एक युग का अंत है।
  • सीएम योगी और अन्य नेताओं ने उनके योगदान को सराहा।

नई दिल्ली, १५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर आंदोलन के केंद्रीय सूत्रधार रामविलास वेदांती के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया। सीएम योगी ने कहा कि रामविलास वेदांती का निधन आध्यात्मिक क्षेत्र और सनातन संस्कृति के लिए एक अनमोल हानि है। उनका जाना एक युग का अंत है।

सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ, पूर्व सांसद एवं श्री अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज का गोलोक गमन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।''

उन्होंने आगे लिखा, ''रामविलास वेदांती का जाना एक युग का अंत है। धर्म, समाज और राष्ट्र की सेवा को समर्पित उनका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''

वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा, ''श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले विश्व हिन्दू परिषद के अग्रणी नेता, पूर्व सांसद एवं पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उनका निधन आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।''

उन्होंने आगे लिखा, ''धर्म, समाज और राष्ट्र की निस्वार्थ सेवा को समर्पित उनका त्यागपूर्ण जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा। प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा उनके शिष्यों एवं अनुयायियों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।''

भाजपा सांसद रवि किशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ, पूर्व सांसद एवं श्री अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज का गोलोक गमन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उनका जाना एक युग का अंत है। धर्म, समाज व राष्ट्र की सेवा को समर्पित उनका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''

गौरतलब है कि ६७ वर्षीय रामविलास दास वेदांती मध्य प्रदेश के रीवा में प्रवास पर थे। इस दौरान रविवार शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। सोमवार दोपहर को उनका निधन हो गया।

Point of View

रामविलास वेदांती का निधन केवल एक व्यक्ति की हानि नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत के लिए भी एक महत्वपूर्ण क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

रामविलास वेदांती कौन थे?
रामविलास वेदांती एक प्रमुख नेता थे जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रामविलास वेदांती का निधन कब हुआ?
उनका निधन १५ दिसंबर को हुआ।
सीएम योगी ने उनके निधन पर क्या कहा?
सीएम योगी ने उनके निधन को आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
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